किशनगंज. शहर की लाइफ लाइन माने जाने रमजान नदी के अस्तित्व को बचाने और उसकी धारा एक बार फिर अविरल बहे इसके लिए अब कार्ययोजना मूर्त रूप लेने लगी है. वहीं डोंक नदी से जुड़ने वाले मुहाने को खोलने के लिए डीसिल्ट कर वाटर चैनल बनाया जाएगा, ताकि डोंक से सालों भर पहले की तरह पानी आ सके. रमाजन को उदगम स्थल ने निर्बाध प्रवाहित करने की योजना का खाका तैयार हो गया है. दशकों से उदगम स्थल अवरूद्ध होने के कारण रमजान नदी नाले में तब्दील हो गया है. इसके लिए वाटर चैनल बनाकर लुप्त रमजान की धारा को भी पुनर्जीवित किया जाएगा. नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने बताया कि रमजान नदी का जीर्णोद्धार होगा. इसके लिए ढेकसरा पुल से लेकर मझिया पुल तक कार्य होगा और इसके लिए आगामी 25 फरवरी को टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि रमजान नदी के बंद पड़े मुहाने को भी खोला जाएगा. मनरेगा के तहत डीसिल्टिंग कर वाटर चैनल बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि डोंक नदी से जुड़ जाने के बाद साल भर नदी में पानी रहेगा और इसकी धारा अविरल बहेगी. रमजान नदी में गिरने वाले नाले का गंदा पानी रोकने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाने की योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस दौरान वार्ड पार्षद फिरोज आलम मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है