किशनगंज.
शिक्षा मंत्रालय ने 2025 के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित देशभर से 45 उत्कृष्ट शिक्षकों में किशनगंज की बेटी निधि चौधरी भी शामिल है. आगामी पांच सितंबर को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले समारोह में इन शिक्षकों को योग्यता प्रमाण पत्र, पचास हजार रुपये का नकद पुरस्कार और रजत पदक प्रदान किया जाएगा. सीमांचल की बेटी निधि चौधरी का चयन न केवल किशनगंज ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है. वर्तमान में वे पोठिया प्रखंड अंतर्गत कस्बा कल्याणगंज पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बिन्नाबाड़ी में प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं. सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षा की अलख जगाने और बच्चों में सीखने की नई ललक पैदा करने में उनकी भूमिका हमेशा सराही जाती रही है. यही कारण है कि उनकी गिनती क्षेत्र की सबसे नवाचारी और समर्पित शिक्षिकाओं में होती है. निधि चौधरी को इससे पहले 5 सितंबर 2024 को पटना में राजकीय सम्मान मिल चुका है. इसके अलावा बांग्लादेश, नेपाल समेत अलग अलग क्षेत्र में वे लेखन और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए कई पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं. उनकी यह उपलब्धि सीमांचल की उस मिट्टी की ताकत को दर्शाती है, जहां से निकलकर बेटियां आज देश-दुनिया में क्षेत्र का नाम रोशन कर रही हैं.अपने चयन पर खुशी जताते हुए निधि चौधरी ने कहा कि यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि मेरे विद्यालय, मेरे बच्चों और पूरे पोठिया, किशनगंज सहित सीमांचल का है. मैं चाहती हूं कि हमारे क्षेत्र के हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचे और वे आत्मविश्वास के साथ भविष्य की ओर बढ़े. उनके सम्मान की खबर से किशनगंज समेत पूरे सीमांचल में हर्ष की लहर है. स्थानीय लोग इसे इलाके के लिए मील का पत्थर मान रहे हैं और गर्व से कह रहे हैं कि निधि चौधरी ने साबित कर दिया कि लगन और मेहनत से बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि शिक्षा के उस उज्ज्वल भविष्य की पहचान है, जिसे संवारने में निधि चौधरी जैसी शिक्षिकाएं अपनी पूरी ऊर्जा और समर्पण झोंक देती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

