किशनगंज : थोक दवा विक्रेताओं पर फार्मासिस्ट थोपे जाने का किशनगंज जिला दवा विक्रेता संघ(केसीडीए) ने कड़ा विरोध जताया है तथा इस संबंध में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा,स्वास्थ्य कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव कुंदन लाल शर्मा को पत्र भेजकर सरकार से इस निर्णय को बदलने की मांग की है.जिले के करीब छः दर्जन से भी अधिक थोक दवा विक्रेताओं ने इस संबंध में एक बैठक कर भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना संख्या 890 दिनांक 28-12-2016 में थोक दवा विक्रेता के लाइसेन्स 20बी तथा 21बी में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के सरकारी फरमान पर कड़ा एतराज जताया है.
साथ ही कहा कि अगर सरकार का यह निर्णय लागू हो जाता है तो दवा कारोबार से जुड़े परिवारों पर आर्थिक रूप से एक नया संकट खड़ा हो जायेगा, तथा इससे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा. संघ के जिला अध्यक्ष खुर्शीद अनवर और संघ के जिला सचिव जंगी प्रसाद दास ने संयुक्त रूप से प्रभात खबर को बताया कि थोक दवा कारोबारियों के समस्या को ध्यान में रखते हुए तथा भ्रस्टाचार मुक्त भारत के लिए ऐसे दमनकारी अधिसूचना को तुरंत निरस्त किया जाये. पत्र की प्रतिलिपी ऑल इंडिया केमिस्ट ड्रगिस्ट एसोसिएशन मुंबई तथा बिहार केमिस्ट ड्रगिस्ट एसोसिएशन पटना को भी भेजी गयी है.