छत्तरगाछ : शिक्षा विभाग एक तरफ सरकारी विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करते है़ वहीं दूसरी ओर प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की अनुपात में शिक्षकों का घोर अभाव देखने को मिल रहा है़ ऐसे में सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करना सरासर बेमानी है़ हालांकि इस बात को शिक्षा विभाग भी स्वीकार कर रहा है़ विभाग का बस यही रोना है कि शिक्षकों की कमी के कारण विद्यालयों में ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो रहा है़ परंतु ऐसे में विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों का भविष्य दिन प्रतिदिन अंधकार में डूबता जा रहा है़
हम बात करते हैं छत्तरगाछ पंचायत स्थिसत उत्क्रमित मध्य विद्यालय इंद्रपुर की़ महज दो शिक्षकों के भरोसे 274 छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन चल रहा है़ यही हाल बुढ़नई पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चोरोंगद्दी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोचनई, प्राथमिक विद्यालय गंजाबाड़ी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय झाड़बाड़ी, प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला कनाडुब्बा, प्राथमिक विद्यालय हलीम नगर डांगीबस्ती,
उत्क्रमित मध्य विद्यालय खानकी, प्राथमिक विद्यालय काशीबाड़ी, गनगई टोला तथा सारोगोड़ा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बक्सा आदि दर्जनों विद्यालय ऐसे है जहां पर छात्र-छात्राओं के अनुपात में शिक्षकों की कमी है, जहां बच्चों के अनुपात में शिक्षकों की कमी है़ इधर पठन पाठन सुचारू रूप से नहीं चलने से अभिभावक भी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालय भेजने से परहेज कर रहे है़ं इस संबंध में पूछने पर बीइओ