आफत. जिले के सैकड़ों गांवों में पानी प्रवेश कर जाने की वजह से ग्रामीण भयभीत हैं
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बाढ़ : घर छोड़कर भाग रहे हैं ग्रामीण
आफत. जिले के सैकड़ों गांवों में पानी प्रवेश कर जाने की वजह से ग्रामीण भयभीत हैं एनएच 327 ई पर ताराबाड़ी व पौआखाली के बीच मीरभिट्ठा पुल और सड़क पर लगातार नदी के कटाव के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से एनएच 327 ई पर यातायात बंद […]
एनएच 327 ई पर ताराबाड़ी व पौआखाली के बीच मीरभिट्ठा पुल और सड़क पर लगातार नदी के कटाव के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से एनएच 327 ई पर यातायात बंद कर दिया है.
किशनगंज : जिले में पांच दिनों से हो रही बारिश जनसामान्य के लिए आफत बन गयी है. बूढ़ी कनकई, महानंदा, कनकई, रतुआ, मेची, डोक नदी के जलस्तर में उफान से दिघलबैंक, टेढ़ागाछ, ठाकुरगंज, किशनगंज और कोचाधामन प्रखंड के कई पंचायत के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी पहुंच गया है.
किन प्रखंडों में है बाढ़
लगातार बारिश के चलते जिले की सभी छोटी-बड़ी नदियां उफान पर है. जिससे किशगनंज प्रखंड के गाछपाड़ा, चकला, महीनगांव, पिछला, दौला, गाछपाड़ा, बेलवा पंचायत के सभी गांवों में बाढ़ का प्रवेश कर गया है. बेलवा पंचायत के टेंगरमारी, टेंगरमारी आदिवासी टोला, बहिराकोल, शर्मा टोला, आदिवासी टोला, सालकी, सालकी आदिवासी टोला, गांछपाड़ा के बहिकोल, बहिकोल आदिवासी टोला सहित कई गांव के लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर शरण लेने निकल पड़े है. बहादुरगंज प्रखंड के महेश बथना व लौचा पंचायत टापू में तब्दील हो गया है.
महेश बथना पंचायत के खाड़ी टोला, टापू टोला, सतमेरी, दोगच्छी, बोचागड़ी, टापू टोला, केका घाट गांव में पानी घूस गया है. इसके अलावे भाटाबाड़ी-महेशबथना प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क दो अलग-अलग स्थानों पर कट गया है जिससे आगमन पूर्ण रूपेण बंद है. टेढ़ागाछ प्रखंड के रतुआ नदी व कनकई के कहर से प्रखंडवासी भयभीत है. मटियारी पंचायत के मालीटोला व सुंदरबाड़ी के प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क व कई कलवर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली पंचायत के तबलभीट्ठा, झाला, पटेशरी, खारूदाह, कनकपुर के अलावे भातगांव पंचायत के भक्सरभीट्ठा, नींबूगुड़ी, नेंगड़ा डूबा, कुर्लीकोर्ट आदि गांवों में पानी प्रवेश कर जाने के कारण लोग स्कूल व पंचायत भवन शरण लिये हुए है.
इसके अलावे एनएच 327 ई पर ताराबाड़ी व पौआखाली के बीच मीरभिट्ठा पुल और सड़क पर लगातार नदी के कटाव के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया है9 प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से एनएच 327 ई के यातायात को तत्काल बंद कर दिया है. दिघलबैंक प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. खासकर प्रखंड के सीमावर्ती क्षेत्र व पश्चिमी क्षेत्र धनतोला, दिघलबैंक, सिंघीमारी, लौहागाड़ा, सतकौआ, लक्ष्मीपुर पंचायत के गांवों में बूढ़ी कनकई और मरिया कनकई नदी के बाढ़ का पानी घुस गया है. पोठिया प्रखंड के आर्राबाड़ी गांव के अलावे अर्राबाड़ी कृषि महाविद्यालय की चाहरदीवारी व मजदूर क्वार्टर में पानी घुस गया है. तेज बहाव के कारण चाहरदीवारी धाराशायी हो गया है.
कोचाधामन प्रखंड के डेरामारी पंचायत के बाबनगांव के अलावे कनकई नदी के कछार पर बसे बलिया, चरघरिया, मजकूरी, निंगशिया आदि गांवो में बाढ़ का पानी घूस जाने से ग्रामीण घर छोड़ उंचे स्थान पर शरण ले रहे है. वहीं बीडीओ नर्मदेश्वर झा, सीओ श्री राकेश, डीआरडीए निदेशक भरत भूषण ने कटाव क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं बालुबाड़ी गांव में हो रहे नदी कटाव पर तुरंत मिट्टी डाल कर कटाव रोधी कार्य शुरू करवाये गये़ जिला पदाधिकारी पंकज दीक्षित ने कहा कि बाढ़ राहत और बचाव कार्य के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुश्तैद है. उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ की टीम टेढ़ागाछ प्रखंड भेज दिया गया है. जहां वे बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को निकालने में जुट गये है ़
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