प्रत्याशी रात के अंधेरे में चुपचाप वोटरों की मुट्ठी में रुपया थमा देते हैं रुपया असली है या नकली यह बात जनता नहीं समझ पाती
किशनगंज : दो दिनों के भीतर दो अलग-अलग मामलों में बरामद 2 लाख 25 हजार रुपये के नकली नोटों की बरामदगी से स्पष्ट है कि पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर नकली नोटों का इस्तेमाल हो रहा है, क्योंकि दोनों मामलों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पंचायत चुनाव में खड़े प्रत्याशी की संलिप्तता सामने आ रही है. नोट के बल पर वोटरों को अपने पक्ष में करने का मंसूबा रखने वाले मो मसूद जैसे कितने प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं
इसका पता लगाना पुलिस के लिए एक चुनौती भरा कार्य है. प्रत्याशी रात के अंधेरे में चुपचाप वोटरों की मुट्ठी में रुपया थमा देते हैं. रुपया असली है या नकली इसका फर्क भोली-भाली ग्रामीण जनता जल्दी नहीं कर पाती है. ऐसे में किसी ग्रामीण के पास से नकली नोट बरामद होता है तो वे भी कानून के शिकंजे में आ सकते हैं. पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने वोटरों से अपील की है कि वे रुपये के लोभ में पड़ कर गलत प्रत्याशी का चयन न करें. उन्होंने कहा कि जिसके पास भी नकली नोट बरामद होगा उसकी गिरफ्तारी तय है. इसलिए रात के अंधेरे में कोई प्रत्याशी नोट थमा रहा है तो हो सकता है कि वह नकली नोट हो सकता है. इसलिए इससे बचे. साथ ही ऐसी कोई भी जानकारी हो तो पुलिस को इसकी सूचना दें.