21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेपाल से भारत लाये जा रहे 48 मवेशी जब्त

दिघलबैंक (किशनगंज) : जाड़ा के मौसम में प्रखंड में पशु तस्करी के मामले फिर से बढ़ने लगे है. बुधवार देर रात को एसएसबी 12वीं वाहिनी की जी कंपनी दिघलबैंक के जवानों ने तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया है. नेपाल से भारतीय सीमा पार करा कर तस्करी कर लाये जा रहे 48 […]

दिघलबैंक (किशनगंज) : जाड़ा के मौसम में प्रखंड में पशु तस्करी के मामले फिर से बढ़ने लगे है. बुधवार देर रात को एसएसबी 12वीं वाहिनी की जी कंपनी दिघलबैंक के जवानों ने तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया है.
नेपाल से भारतीय सीमा पार करा कर तस्करी कर लाये जा रहे 48 मवेशियों को बरामद किया गया है. मुख्य रास्ते को छोड़ पगडंडी से भारत नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा स्थित पीलर संख्या 136 डुब्बाटोली होकर पशुओं को लाया जा रहा था. एसएसबी ने जब्त पशुओं को ठाकुरगंज कस्टम को सौंप दिया है.
कंपनी प्रभारी सहायक सेनानायक आशुतोष कुमार पांडे ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि भारी संख्या में पशुओं तस्करी कर नेपाल से भारत लाया जा रहा है. उसी के आधार पर इन जगहों पर एसएसबी के अतिरिक्त जवानों को सादे लिवास में तैनात किया गया था. बुधवार देर रात करीब 2 बजे सीमा पर हलचल हुई. जिसमें कई तस्करों द्वारा भारी मात्र में मवेशी को सीमा पार कराया जा रहा था. एसएसबी जवानों ने रूकने को कहा तो वे लोग मवेशी छोड़ अंधेरे का फायदा उठा कर नेपाल की ओर भाग निकले. जब्त मवेशियों की अनुमानित कीमत पांच लाख आंकी गयी है.
कंपनी प्रभारी एसी श्री पांडे ने बताया कि शुरुआती समय से डुब्बाटोली, बालुबाड़ी कामत एवं बालुबाड़ी के अलावे आस पड़ोस के गांव तस्करी के मामले में अति संवेदनशील रहा है. उन्होंने वैसे लोगों को आगाह करते हुए कहा कि भारत नेपाल सीमा के माध्यम से अवैध तस्करी एवं कारोबार करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जायेगा. इस कार्रवाई में केआर किताय, त्रिवेणी सनवाल, हेमंत पांडे, श्वेम राज, प्रदीप महावर, पुस्पेंदर सिंह, संजीव सिंह, मलखु प्रसाद, नीरज सिंह, राकेश कुमार, मोनू कुमार, महेश कुमार त्रिपाठी साथ थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें