धोरैया : प्रखंड के बटसार गांव के मुख्य मार्ग होकर अठपहरा जाने वाली मार्ग पर अवस्थित गहिरा नदी घाट पर स्थानीय प्रशासन को विशेष नजर रखने की जरूरत है. ताकि आये दिन लोग किसी अनहोनी की घटना से बच सकें. छठ पर्व के पहली अर्घ्य के दिन हादसे का शिकार हुए सात वर्षीय बच्चे की मौत के बाद जितनी मुंह उतनी बातें हो रही हैं. कोई इसे परिजनों की लापरवाही बता रहा है तो कोई प्रशासन की आधी अधूरी तैयारी. बताया जा रहा है कि यह घाट काफी खतरनाक है.
बटसार मुख्य मार्ग से अठपहरा गांव जाने का यह सुगम मार्ग है. लेकिन कलांतर में गहिरा नदी के कटाव के कारण मुख्य मार्ग से करीब एक किमी आगे जाने के बाद सड़क का कहीं कोई नामोनिशान नहीं है. ग्रामीण नीजी खेत होकर चलने को विवश हैं. बटसार होकर जाने वाली इस मार्ग के मुहाने से ही स्थानीय ग्रामीणों द्वारा सड़क की जमीन को पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया गया है. इसके अलावा दोनों तरफ से मवेशियों की भारी संख्या रहने तथा भारी भरकम मवेशियों के आवाजाही से पूरा मार्ग सालों भर दलदल में तब्दील रहता है.
हरेक वर्ष छठ पूजा के दौरान करीब तीन दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टरों में मिट्टी व बालू भरकर सड़क को आवागमन के लायक बनाया जाता है. वह भी किसी काम के नहीं रहता. स्थानीय प्रशासन को इस मार्ग पर विशेष ध्यान देकर सड़क की मापी कराकर समस्या के समाधान की दिशा में पहल करनी होगी.