किशनगंज : बिहार के सीमांचल के जिलों नदियों का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी जन जीवन को प्रभावित करने लगा है. लगातार बारिश से लगातार बारिश होने से महानंदा नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. जिले की कनकई, रतवा नदी उफान पर है. मौसम विभाग ने 12 अगस्त तक सूबे में मूसलधार बारिश होने की बात कही है. नेपाल के तराई क्षेत्र में भी लगातार कई दिनों से भारी बारिश होने की सूचना है. जिले की प्रमुख नदियां एक बार फिर उफान पर है. इन नदी किनारे बसे दर्जनों पंचायत के सैकड़ों परिवारों में बाढ़ काखौफ सताने लगा है. जिले में किशनगंज प्रखंड के गाछपारा, बेलवा, महीनगांव, दौला, पिछला और चकला पंचायत बाढ़ की जद में है.
इसके अलावा कोचाधामन, बहादुरगंज, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ प्रखंड के दर्जनों गांवों में भी बाढ़ काखतरा बढ़ने लगा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि लगातार बारिश होने से डोक व महानंदा नदी उफान पर है. नदियों का जल स्तर तेज गति से बढ़ रहा है. नदी किनारे बसे गांव के लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाने का मन बना लिया है. किशनगंज के दौला,महीनगांव,गाछपारा, चकला,बेलवा,पिछला,पंचायत के करीब दो दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है. प्रशासन की ओर से अभी नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. लोगों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है.
दूसरी ओर जिले के पौआखाली, ठाकुरगंज प्रखण्ड के भोलमारा पंचायत में बाढ का हालात बहुत ही खतरनाक बना हुआ है कुछ गांव कोलहा बस्ती,बसता,भनकरदुवारी, ठिकाबसती,माखनपुर, भोला बस्ती,एवं खारूदह पंचायत का भी यही हालात है गौगरिया, करवामनी, भैरभेरी,मोहन टोली, खारूदह सरपंच टोला,गुरजी बस्ती आदि में महानंदा का पानी घुस आया है.
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