नाव, घोड़ा, सीसीटीवी कैमरा से लोगों पर रखी जायेगी नजर, सोशल मीडिया पर रहेगी नजर
खगड़िया. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जिले के चारों विधानसभा के लिए मतदान कर्मियों को रवाना कर दिया गया है. जिला मुख्यालय के बाजार समिति परिसर में बुधवार के दिनभर मतदानकर्मियों की भीड़ लगी रही. गोशाला रोड से लेकर सोनमनकी रोड में वाहनों की कतार लगी रही. जगह-जगह पुलिस तैनात थे. ट्रेफिक पुलिस मुस्तैद दिखे. लोकतंत्र के महापर्व में सेना के जवानों की अहम भूमिका देखी गयी. जवान ईवीएम की बक्से सर पर लिए निर्धारित बूथों पर रवाना हुए, जिसके लिए ब्रजगृह के अंदर परिवहन विभाग द्वारा वाहन कोषांग बनाया गया था, जहां से मतदानकर्मियों को मतदान कराने के लिए बारी- बारी से भेजा जा रहा था. जिले के 1370 बूथों के लिए बाजार समिति ब्रजगृह से मतदानकर्मियों को अपने-अपने बूथों के लिए ईवीएम डिस्पैच किया गया. डिस्पैच के दौरान मुख्य गेट पर प्रत्येक वाहनों में कर्मियों द्वारा सभी वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम व ईवीएम ट्रेस मोबाइल एप के माध्यम से उनकी निगरानी की जा रही है, ताकि प्रत्येक वाहन व मतदान दल की गतिविधि पर रीयल-टाइम निगरानी रखी जा सके.सुबह 07 बजे शाम 06 बजे तक होगा मतदान
मतदान दलों को निर्धारित वाहनों के माध्यम से मतदान केंद्रों पर भेजा गया.
कड़ी सुरक्षा के बीच जमा होगा ईवीएम व वीवीपैटशाम के छह बजे मतदान समाप्त होने के बाद बाजार समिति परिसर में बने ब्रजगृह में ईवीएम व वीवीपैट जमा होगा. मतदान सम्पन्न होने के बाद ईवीएम व वीपीपैट मशीनों को सुरक्षित रूप से संबंधित विधानसभा के पॉल्ड ईवीएम स्ट्रोंग रूम में जमा किया जायेगा. साथ ही, किसी भी खराब मशीन को अलग से निर्धारित सेगरेशन सेंटर में सुरक्षित रखा जायेगा. जिला प्रशासन द्वारा निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व पारदर्शी वातावरण में संपन्न कराया जायेगा.
डीएम करते रहे व्यवस्था का निरीक्षण जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी नवीन कुमार,एसपी राकेश कुमार, डीडीसी अभिषेक पलासिया बुधवार की सुबह से ही जिले के बाजार समिति स्थित ब्रजगृह में निर्वाचन सामग्री वितरण केंद्र पर पहुंचकर निर्वाचन सामग्री वितरण व्यवस्था का निरीक्षण करते रहे. इस दौरान उन्होंने मतदान दलों के सदस्यों से भी चर्चा की. जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में निर्वाचन सामग्री वितरण की अलग-अलग व्यवस्था की गयी थी. जहां से निर्वाचन सामग्री प्राप्त करने के उपरांत मतदान दल आवंटित मतदान केंद्रों के लिए रवाना हुए.प्रत्याशियों ने बूथ पर किया पोलिंग एजेंट नियुक्त
प्रत्याशियों ने अपने-अपने क्षेत्र में सुबह से लेकर देर शाम तक जनसंपर्क अभियान चलाकर मतदाताओं से वोट देने की अपील की. इसके साथ ही सभी प्रत्याशियों की ओर से मतदान केंद्रों पर पोलिंग एजेंट की नियुक्त कर दिया गया है. मतदान के दिन पोलिंग एजेंट अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए बूथ पर मतदान के दौरान वोटरों की पहचान करने के साथ निगरानी रखेंगे. मतदान को लेकर सभी पार्टियों व प्रत्याशियों की ओर से कई रणनीति भी तैयार किये गये हैं. इनकी तैयारी में यह भी शामिल है कि संबंधित बूथ पर मतदाताओं को लाने के लिए कार्यकर्ता काम करेंगे.
बूथ मैनेजमेंट का दिन भर चलता रहा काम विधानसभा चुनाव को लेकर सभी विधानसभा क्षेत्र में बूथ मैनेजमेंट का काम बुधवार को सुबह से देर शाम तक चलता रहा. किस बूथ पर कौन पोलिंग एजेंट होगा. इसका चयन कर बूथ पर तैनाती की गयी है. उन्हें कुछ प्रत्याशियों की ओर से संबंधित बूथ के वोटर लिस्ट सहित अन्य कागजातों के वितरण के साथ अन्य सुविधाएं दी गयी है. विधानसभा में प्रमुख पार्टियों व प्रत्याशियों के द्वारा इस बार बूथ मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया गया है.सुबह पूजा पाठ कर अधिकांश प्रत्याशी निकलेंगे वोट डालने
मतदान करने के लिए अधिकांश प्रत्याशी व समर्थक सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान के बाद पूजा पाठ कर सबसे पहले मतदान करने मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे. इसके बाद क्षेत्र में उनका भ्रमण होगा. भ्रमण के दौरान मतदान केंद्रों का हाल घूम-घूम कर जानेंगे. कई प्रत्याशियों ने कहा कि हमलोगों ने जितनी मेहनत करनी थी. वह कर ली है. अब ऊपर वाले पर सारा काम छोड़ते हैं.
मतदान केंद्र पर पहुंचे जवान व कर्मी.मतदान को लेकर सभी विधानसभा के मतदान केंद्रों पर ईवीएम के साथ जवानों को रवाना कर दिया गया है. शाम तक सभी बूथों पर सुरक्षा कर्मी के साथ सुरक्षा व्यवस्था के लिए जवान, पदाधिकारी पहुंच चुके हैं. इसके अलावा मतदान कर्मियों का जत्था भी मतदान केंद्र पर पहुंच चुका है. कई स्थानों पर मतदान केंद्रों पर व्यवस्था ठीक नहीं रहने से इनमें आक्रोश देखा गया.
देर रात सोए पर प्रत्याशियों को नहीं आयी नींदकमोबेश सभी प्रत्याशियों की रात करवट बदलते हुए बीती. प्रत्याशियों ने तैयारी को लेकर देर रात तक समर्थकों से विचार विमर्श करते रहे. कहां वोट बना है कहां बिगड़ा है. पर चर्चा देर रात तक करते रहे. जब सोने गये तो नींद नहीं आयी. करवट बदलते रात काटी. प्रत्याशी अपने पक्ष में अधिक से अधिक वोट कराने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं. ताकि उनकी जीत सुनिश्चि हो सकें, जबकि प्रशासन की ओर से सभी प्रत्याशियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
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