खगड़िया. जिला मुख्यालय स्थित शिव मंदिर परिसर में रसोईया ने 12 सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को धरना दिया. धरना पर बैठे रसोईया ने तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए. रसोईया ने शहर का भ्रमण किया. संगठन के प्रदेश सचिव मो शकील उर्फ मुन्ना ने कहा कि 12 माह कार्य करने के बावजूद मात्र 10 माह का ही मानदेय दिया जाता है, वो भी समय पर नहीं दिया जाता है. कहा कि प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त किये गये रसोइयों को काम की सुरक्षा व जीने लायक पारि श्रमिक का भुगतान किया जाय. राष्ट्रीय मध्यान भोजन रसोइया फ्रंट आंदोलन करेगा. प्रदेश सचिव ने कहा कि जिले में रसोइयों कि संख्या सैकड़ों में है. जो प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत बेहद कम मानदेय पर कार्य कर रहे हैं. उनकी समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय मध्याह भोजन रसोइया फ्रंट द्वारा राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि 30 सितंबर 2022 को कोर्ट द्वारा दिये गये आदेश को सरकार द्वारा लागू नहीं किया गया है. जिसके कारण रसोइयों में निराशा है. उन्होंने सरकार से मांग किया है कि रसोइयों को उच्च न्यायालय पटना के आदेशानुसार न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाय. बारह माह का मानदेय भुगतान किया जाय. प्रधानमंत्री पोषण योजना को ठेकेदारी से रोका जाय. विद्यालय परिसर में बच्चों को ताजा भोजन परोसा जाय, सभी रसोइयों को भविष्य निधि योजना का लाभ दिया जाय. कार्य के दौरान चोट लगने या घायल होने पर इलाज कि राशि उपलब्ध कराई जाय. रसोइयों के मानदेय का भुगतान प्रत्येक माह 7 तारीख तक किया जाय. सभी कार्यरत रसोइयों को मातृत्व अवकाश व विशेष अवकाश लागू कर लाभ दिया जाय. सभी महिला रसोईया को वर्ष में 2 सूती साड़ी एवं पुरुष रसोईया को पेंट-शर्ट दिया जाय, रसोईया के सहायक को ईएसआई स्कीम से जोड़कर लाभ दिया जाय, रसोईया कि नियुक्ति जिलाधिकारी या जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कराया जाय. रसोईया को विद्यालय में मानसिक उत्पीड़न करने से रोका जाय. इस दौरान जिला सचिव शंकर सिंह आदि मौजूद थे.
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