फिर जगी उम्मीद : जिलाधिकारी ने कसरैया धार की प्राकृतिक सुंदरता, पहुंच मार्ग, सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
खगड़िया. मानसी-चौथम-महेशखूंट थाना के सीमावर्ती क्षेत्र एनएच-31 किनारे कसरैया धार है. डीएम नवीन कुमार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कसरैया धार का जायजा लिया. अधिकारियों की टीम के साथ कंपकपाती ठंड में रविवार को डीएम ने कसरैया धार क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की संभावनाओं का आकलन किया. कसरैया धार का जीर्णोद्धार एवं पर्यटन स्थल सहित सड़क मार्ग से जोड़ने को लेकर अधिकारियों के साथ मंथन किया. मौके पर एडीएम विजयंत, वरीय उपसमाहर्ता विवेक सुगंध, वरीय उपसमाहर्ता प्रवीण कुमार, जन संपर्क पदाधिकारी कौशिकी कश्यप, गोगरी एसडीओ कृतिका मिश्रा, नगर कार्यपालक पदाधिकारी कमल सिंधु सहित सहित अधिकारी मौजूद थे. निरीक्षण के दौरान डीएम ने लोगों को भरोसा दिलाया कि कसरैया धार आने वाले दिनों में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा.बनाया जायेगा फाइव स्टार होटल, लोगों को आकर्षित करेगा वाटर एडवेंचर
कसरैया धार पर्यटन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. डीएम ने कहा कि पर्यटन के लिए विभागीय सचिव का ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को इस स्थल पर एक फाइव स्टार होटल, वाटर स्पोर्ट्स सहित वाटर एडवेंचर की सुविधाएं दी जायेगी, जिससे बिहार के पर्यटक सहित अन्य राज्यों के पर्यटक कसरैया धार पहुंचकर आनंद ले सकेंगे. उन्होंने कहा कि कसरैया में पानी का स्त्रोत भूमि के अंदर से है. इसलिए इसका पानी काफी साफ है. डीएम ने निरीक्षण के दौरान क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता, पहुंच मार्ग, सुरक्षा व्यवस्था तथा बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता का विस्तृत आकलन किया. जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता में रखें.रोजगार के अवसर होंगे प्राप्त, स्वच्छ शहर के रूप में होगा स्थापित
एनएच-31 के किनारे इस धार को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. डीएम ने निरीक्षण के दौरान बताया कि कसरैया धार की कुल लंबाई चार किलोमीटर की है. कसरैया धार की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें बारहमासी पानी जमा रहता है. जिसमें पर्याप्त मात्रा में दोनों साइड जगह काफी है. इसे पर्यटन के रूप में दर्शाया जा सकता है. सुनियोजित विकासात्मक योजनाओं का प्रस्ताव तैयार किया जाए. जिलाधिकारी ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से न केवल शहरी एवं ग्रामीण अधोसंरचना सुदृढ़ होगी, बल्कि स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इससे क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार, स्वरोजगार एवं आजीविका के नए अवसर सृजित होंगे. साथ ही जिले की पहचान एक सुविकसित एवं स्वच्छ शहर के रूप में स्थापित होगी.
बूढ़ी गंडक नदी तट पर निर्माणाधीन शवदाह का लिया जायजा
जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बूढ़ी गंडक नदी तट पर निर्माणाधीन विद्युत शवदाह गृह का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विद्युत शवदाह गृह स्थल में महीनों जलजमाव की समस्या रहती है. जलजमाव से स्थायी मुक्ति सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. इसके उपरांत अघोरी स्थान तक पैदल निरीक्षण करते हुए बूढ़ी गंडक नदी किनारे रीवर फ्रंट के समुचित एवं आकर्षक डिजाइन तैयार करने के लिए नगर परिषद को निर्देशित किया गया, ताकि यह क्षेत्र नागरिकों के लिए सुव्यवस्थित एवं उपयोगी बन सके.
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