बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र में बीते एक सप्ताह पूर्व आयी आंधी तूफान से बर्बाद हुए फसल को देख किसानों के चेहरे पर मायूसी छाई हुई है. खेतों में लहलहाते मक्का फसल देख किसान के चेहरे पर खिले मुस्कान को तूफान ने अपना शिकार बना उनके हौसले को पस्त कर दिया, लेकिन खेतों में बर्बाद हो चुकी फसल देख किसान उम्मीद बनाए हुए थे कि अन्नदाता के दर्द को दूर करने में सरकार तत्काल कोई पहल कर राहत देगी लेकिन एक सप्ताह बाद भी बीएओ एवं संबंधित कर्मी ने पीड़ित किसानों का हालात जानने में कोई अभिरुचि नहीं ली. किसानों में बलैठा पंचायत के ढाढी गांव निवासी दीपक यादव, अमरेन्द्र यादव, बबलू यादव, महेंद्र ठाकुर, पांडव कुमार, अमोद झा आदि ने बताया कि मक्का फसल पर किसानों की पूरी उम्मीद टिकी रहती है. दिघौन के किसानों ने बताया कि खोनाहा बहियार स्थित खेत में लगी मकई की फसल जमीन पर गिरकर सूख गयी हैं. किसान मकई को काटकर अपने मवेशी को खिला रहे हैं. इस संबंध में दिघौन गांव के किसान सुदामा देवी, पंच लाल प्रसाद सिंह ने बताया कि हम अपने खेत में मकई की फसल लगाए हुए थे जो बीते दिन आए आंधी तूफान से बर्बाद हो गयी. फसल के लिए जुताई बुवाई एवं पटवन करने में करीब 20 हजार से अधिक रुपया खर्च हुआ लेकिन बारिश एवं आंधी ने मेरे खेत में लगे फसल को बर्बाद कर दिया.
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