हसनगंज प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय मुजफ्फरटोला का गुरुवार को जिला परिषद सदस्य शाहिद अख्तर व मुखिया रानी देवी ने ग्रामीणों की शिकायत पर औचक निरीक्षण किया. विद्यालय में कई खामियां पाई गयी. प्रधानाध्यापिका को तीन महीने के अंदर विद्यालय की विधि व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया. जिला परिषद सदस्य व मुखिया ने बताया कि विद्यालय की कुव्यवस्था व विद्यालय संचालन में प्रधानाध्यापिका द्वारा मनमानी सहित लापरवाही बरतने के आरोप में ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. जिसको लेकर विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. बच्चों की उपस्थिति कम पाई गई. शौचालय में गंदगी देखा गया. कक्षा में पर्याप्त पंखा नहीं लगा हुआ था. मध्यान भोजन में अनियमितता पाई गई. विद्यालय संचालन में संबंधित प्रधानाध्यापिका के पति द्वारा हस्तक्षेप करना. साथ ही विद्यालय में सरकार द्वारा दी जाने वाली विकास मद की राशि का बिना विद्यालय शिक्षा समिति से प्रस्ताव लिए बिना मनमाने ढंग से खर्च कर देना. विद्यालय अध्यक्ष को तर्जी नहीं देना. समय-समय पर बैठक नहीं करना. ग्रामीणों से बदतमीजी करने सहित कई मामलों पर जांच करते हुए वर्तमान स्थिति का जायजा लिया गया. वार्ड सदस्या सह विद्यालय अध्यक्ष नीरा देवी व उपस्थित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय संचालन में संबंधित प्रधानाध्यापिका द्वारा घोर लापरवाही बरती जाती है. विद्यालय अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिल वाउचर में मेरा जाली सिग्नेचर कर विकास मद की राशि का दुरुपयोग किया जाता है. ग्रामीणों ने विद्यालय गेट पर लगा पुराना लोहे के गेट को बिना किसी के सूचना का बेच देने का आरोप लगाया. संबंधित प्राधानाध्यापिका शशि प्रभा ने बताया कि लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. गाइडलाइंस के अनुसार विद्यालय संचालन किया जा रहा है. अब्दुल सईद, जावेद अली, खुशबूर रहमान, जूबैर, सहवर, साइन सहित दर्जनों ग्रामीण आदि मौजूद रहे.
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