अमदाबाद प्रखंड के गोपालपुर चौक से चामा गांव के ओर जाने वाली सड़क में बन रहे पुल निर्माण में अनियमितता बरतने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है. इसे लेकर गुरुवार को ग्रामीणों ने कार्य स्थल पर पहुंचकर आक्रोश व्यक्त किया है. ग्रामीणों ने बताया कि बहुप्रतीक्षित पुल का निर्माण लंबे इंतजार के बाद करीब 16 वर्ष बाद हो रहा है. इस निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. ग्रामीणों ने कार्य में मानकों की अनदेखी कर मनमानी तरीके से कार्य करने का आरोप लगाया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गोपालपुर चौक से चामा गांव के ओर जाने वाली सड़क में पुल का निर्माण वर्ष 2008 के बाद में कराया गया था. उसी वर्ष आई भीषण बाढ़ में उक्त पुल ध्वस्त हो गया था. ग्रामीणों की माने तो उक्त पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी थी. वर्ष 2008 से बाढ़ बरसात के दिनों में इस होकर बांस का चचरी पुल बनाकर लोग आवागमन करते थे. इस होकर चौक चामा, घिसु टोला, चामा, छर्रामारी, बैद्यनाथपुर सहित अन्य गांव के लोग आवागमन करते हैं. उक्त गांव के लोगों को गंभीर मरीज व गर्भवती महिलाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमदाबाद तक ले जाने में परेशानी होती थी. ग्रामीण नरेश मंडल, प्रेमन चौधरी, बैद्यनाथ मंडल, गुलशन मंडल, जयप्रकाश मंडल, रामाशीष मंडल, सुभाष मंडल, उप मुखिया अजीत मंडल सहित अन्य ग्रामीणों ने वर्तमान समय में चल रहे पुल निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है. उपरोक्त ग्रामीणों ने बताया कि पुल निर्माण से संबंधित कार्यस्थल पर सूचना पट नहीं लगाया गया है. निर्माण कार्य शुरू होने से करीब चार माह हो गया है. जिससे स्पष्ट हो रहा है कि पारदर्शिता को छुपाने का कार्य किया जा रहा है. नियमों की अनदेखी की जा रही है. उपरोक्त ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य में सफेद बालू व हॉफ इंच जिरा गिट्टी का प्रयोग करने का आरोप लगाया. लोगों ने कहा कि पुल का पाया कमजोर दिखता है. जगह-जगह से सदा बालू एवं हॉफ इंच जिरा गिट्टी झाड़ के गिर रहा है. पाया के अंदर के हिस्से में कई स्थान पर रड दिखाई देता है. ग्रामीण ने पुल निर्माण कार्य कार्य की जिला पदाधिकारी से जांच कराने की मांग की है. गुणवत्तापूर्ण निर्माण की मांग की है.
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