– अनियंत्रित वाहन की चपेट में आने से मां-बेटे की दर्दनाक मौत, गांव में छाया मातम फलका जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र के तीनपनिया पुल के समीप कटिहार-गेड़ाबाड़ी सड़क मार्ग पर बुधवार की देर शाम एक बेकाबू अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गयी. यह खबर मिलते ही फलका प्रखंड के भरसिया गांव में कोहराम मच गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयावह था कि बाइक के परखच्चे उड़ गये. दोनों की मौत सदर अस्पताल में हो गयी. स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. गांव में मातम, एक साथ निकला जनाजा गुरुवार को जब पोस्टमार्टम के बाद दोनों का शव गांव पहुंवा तो माहौल गमगीन हो गया. मां-बेटे के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. पूरे गांव में मातम पसरा था. जब दोनों का एक साथ जनाजा निकला, तो पूरा गांव रो पड़ा. पूरा गांव गम में डूब गया. हर किसी की आंखें नम हो गयी. परिजनों की चीख पुकार और करूंदन से वहां उपस्थित लोगों के आँखे नम हो गयी. मां बेटे के मौत के शोक में बुधवार को पुरे गांव में चूल्हा नहीं जला. मृतक जुबेर की पत्नी अमृजा खातून सर पर पहाड़ ही टूट पड़ा था. पांच-पांच बच्चों की परवरिश उनके कंधों पर आ गयी थी. वह रो-रोकर बेहोश हो जाती थी. वह पागल के मानिंद कभी सर पटकती कभी रोती थी. कभी चीख कर खुदा से कहती या अल्लाह मेरे पति और मेरी सास ने किया कसूर किया था. जो आप ने मुझ से छीन लिया. अब में किसके सहारे जियूंगी. मेरे बच्चों का और मेरा परवरिश कौन करेगा. यही कह कह कर वह बदहवास हो जाती थी. बहरहाल इस दोनों मां बेटे की मौत ने पुरे प्रखंड के लोगों को झकझोर कर रख दिया है. परिजनों ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप मृतक के चाचरे भाई भरसिया के उप सरपंच पति मानिरुल, वार्ड सदस्य अब्दुल कुद्दूश ने सदर अस्पताल के डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की दोनों मां बेटा को कोलासी पुलिस ने जख्मी हालत में सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. लेकिन सदर अस्पताल के चिकित्सक या कोई भी स्वास्थ्यकर्मी दोनों घायलों को छुआ तक नहीं. दोनों जख्मियों की तड़प- तड़प कर जान चली गयी. अगर सही समय पर उनका इलाज होता तो जान बचाई जा सकती थी. मृतक के परिजनों को दस-दस लाख मुआवजा देने की मांग जनप्रतिनिधियों ने सरकार से दोनों मृतकों को दस- दस लाख मुआवजा देने की मांग की है. फलका प्रखंड प्रमुख दीप शिखा सिंह. जिला परिषद गायत्री देवी, मुखिया तल्लू मरांडी, पैक्स अध्यक्ष तफसील आलम, उप सरपंच पति मनीरुल हक, वार्ड सदस्य अब्दुल कुद्दूस, समिति सदस्य प्रतिनिधि नसीम, राजद नेता फ़सी अहमद ने सरकार से प्रत्येक मृतक को दस- दस लाख मुआवजा देने की मांग की है. गौरतलब हो कि भरसिया शेरसाह वादी टोला के जुबेर उम्र 30 वर्ष अपनी मां 60 वर्षीय हुमेरा खातून के साथ बुधवार की शाम बाइक से अपने सुसराल से घर आ रहा था. इसी बीच तिनपनिया पुल के समीप तेज रफ्तार से आ रही एक अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दिया. जिससे दोनों मां बेटा जख्मी हो गये. आनन- फानन में कोलासी ओपी पुलिस दोनों घायलों को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया. जहां दोनों मां बेटे की मौत हो गयी.
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