कोढ़ा पिछले कई दिनों से क्षेत्र में पड़ रही भीषण व चिलचिलाती धूप ने किसानों की परेशानियों को गंभीर रूप से बढ़ा दिया है. बढ़ते तापमान और बारिश के अभाव के चलते खेतों में लगी लत वाली सब्जियों की फसलें मुरझाने के साथ सूखने लगी है. किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है. उनकी आजीविका पर संकट मंडराने लगा है. बहियार क्षेत्र में विशेष रूप से करेला, झींगा, जिंगल, परवल की खेती करने वाले किसान इस समय बेहद चिंतित हैं. शुरुआती दौर में फसल में अच्छी बढ़त और फलन देखी गई थी. किसानों को बेहतर उत्पादन व आमदनी की उम्मीद थी. लेकिन बीते कुछ दिनों से पड़ रही तपती धूप व उमस भरी गर्मी ने पौधों को बुरी तरह प्रभावित किया है. लता मुरझा रही हैं और सब्जियों का आकार भी सिकुड़ने लगा है. किसानों ने फसल को बचाने के लिए सिंचाई व्यवस्था को मजबूत किया. पंपिंग सेट से लगातार पानी दिया और खेतों में छायादार इंतजाम भी किये. कुदरत के इस प्रकोप के सामने उनके सारे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं. मिट्टी की नमी खत्म हो गई है और पौधों की जड़ें कमजोर पड़ने लगी हैं. स्थानीय किसान सुरेश यादव, रामविलास मंडल, मुकेश कुमार ने बताया कि यदि मौसम का यह प्रकोप जारी रहा तो फसल का बचना मुश्किल हो जायेगा. इससे न केवल किसानों की कमाई पर गहरा असर पड़ेगा. बल्कि बाजार में सब्जियों की भारी कमी भी देखने को मिल सकती है. आम उपभोक्ताओं को भी महंगाई की मार झेलनी पड़ सकती है.
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