– इंटर कॉलेज क्रिकेट टूर्नामेंट में 27 वर्षों से डीएस कॉलेज चैंपियन के बाद भी नहीं भेजी गयी टीम – खिलाड़ियों की शिकायत के बाद भी नहीं दिया गया ध्यान कटिहार सरकार युवाओं को मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत बड़ा मौका दिया है. इसके लिए पंचायत स्तर पर खेल मैदान बनाया जा रहा है. कई पंचायतों में खेल मैदान निर्माण करा दिया है. कई तरह की सुविधा युवाओं को प्रदान कर रही है. युवाओं अपने बल पर मेहनत कर सफलता अर्जित करने लगे हैं. बावजूद कॉलेज स्तर पर खेल के क्षेत्र में छात्रों के साथ मनमानी हो रही है. डीएस कॉलेज प्रशासन के उदासीन रवैया के वजह से कॉलेज में पढने वाले छात्रों की खेल को लेकर प्रतिभा कुंद हो रही है. ऐसा इसलिए कि 27 वर्षों से इंटर कॉलेज क्रिकेट टूनामेंट प्रतियोगिता में चैम्पियन रहने वाले डीएस कॉलेज की टीम को 9 से 11 दिसम्बर तक एमएल आया कॉलेज कसबा में आयोजित इंटर कॉलेज क्रिकेट टूनामेंट के लिए टीम तक नहीं भेजी गयी. इससे जिले के खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों में आक्रोश है. खेल प्रेमी रीतेश कुमार, बद्रे आलम समेत डीएस कॉलेज के छात्रों का कहना है कि इस बार पूर्णिया विवि की ओर से इंटर कॉलेज क्रिकेट खेलकूद प्रतियोगिता के लिए एमएल आया कसबा कॉलेज को वेन्यू बनाया गया था. आयोजन समिति की ओर से डीएस कॉलेज को आठ दिसम्बर को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए नोटिस भेजा गया. जिसके बाद उनलोगों द्वारा खेल पदाधिकारी डॉ स्वामी नंदन से मिलकर टीम भेजने के लिए आग्रह किया गया. बावजूद किसी तरह को काेई ध्यान नहीं दिया गया. यहां तक बोर्ड पर नोटिस तक नहीं चस्पाया गया. जिस वजह से डीएस कॉलेज की ओर से टीम तक तैयार नहीं की जा सकी. खेल प्रेमी रीतेश कुमार की माने तो इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता के माध्यम से सरकारी नौकरी प्राप्त के लिए प्रथम रास्ता माना जाता है. डीएस कॉलेज के खिलाड़ियों का क्रिकेट में हमेशा से दबदबा रहा है. दो बार डीएस कॉलेज की टीम 2003 और 2009 में इंटर इस्ट जोन में पहुंचकर अपना लोहा मनवाने में सफल रही है. जबकि 2022 से पूर्व लगातार 27 वर्षों तक इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता के तहत क्रिकेट टूर्नामेंट में चैम्पियन बनने का गौरव प्राप्त कर चुका था. बावजूद इसके प्रति अनदेखी दुभाग्यपूर्ण है. साथ ही छात्र खिलाड़ियों के भविष्य को बबाद करने के सामान है. खेल मद में प्रति छात्र अस्सी रूपये लेने के बाद भी नहीं दिया जाता ध्यान पूर्व के डीएस कॉलेज क्रिकेट टीम के सदस्यों का कहना है कि खेल मद में कॉलेज प्रबंधन की ओर से नामांकन के समय अस्सी रूपये लिया जाता है. जिससे खेल के क्षेत्र में छात्रों को मजबूती प्रदान किया जा सके. इतना ही नहीं इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता के तहत एक इवेंट में पन्द्रह से बीस हजार रूपये का खर्च किया जाता है. बावजूद कॉलेज प्रबंधन की ओर इंटर कॉलेज क्रिकेट खेलकूद प्रतियोगिता में टीम को नहीं भेजना उदासीनता को दर्शाता है. डीएस कॉलेज को विशेष रूप से शामिल होने को किया गया था आग्रह एमएल आया कॉलेज कसबा में आयोजित इंटर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता के तहत क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए डीएस कॉलेज विशेष रूप से आग्रह किया गया था. इसके लिए पत्र भी भेजी गयी थी. जिसके तहत 9 से 11 दिसम्बर तक आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेना था, लेकिन डीएस कॉलेज की टीम हिस्सा नहीं ले सकी, कुश कुमार, आयोजन समिति सह लेखापाल, एमएल आर्या कॉलेज कस्बा नहीं कर सकी कुछ विशेष डीएस कॉलेज की टीम डीएस कॉलेज के क्रीड़ा पदाधिकारी सह भौतिकी प्राध्यापक डॉ स्वामीनंदन से इस बावत पूछे जाने पर पहले तो डीएस कॉलेज की टीम इस बार कुछ नहीं कर सकी. डीएस कॉलेज की टीम टूनामेंट में हिस्सा लेने के सवाल पर उनकी ओर से मोबाइल को कट कर दिया गया.
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