– जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा कटिहार समाहरणालय स्थित एनआईसी सभाकक्ष में शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता आयोजित की गयी. बैठक में।सर्वप्रथम प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन ने विगत वर्ष 2024 के दौरान किये गये बाढ़ एवं अन्य आपदा से राहत कार्यों में हुए विभिन्न व्यय से सभी को अवगत कराते हुए अनुमोदन के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया. वर्तमान में जारी हीटवेब व लू की अद्यतन स्थिति तथा वर्ष 2025 की संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों की बिन्दुओं वार समीक्षा की गयी तथा विभागीय एसओपी एवं जनप्रतिनिधि के सुझाव के आलोक में बिन्दुओं पर निर्देश दिये गये. नाव की उपलब्धता, मरम्मति, एकरारनामा आदि अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी. पिछले वर्ष के दौरान संवेदनशील तटबंधों व स्थलों की वर्तमान स्थिति एवं जारी कार्यों की समीक्षा तथा सभी संवदेनशील स्थलों पर बालू भरा बोरा एवं अन्य संघर्षात्मक सामग्री जमा रखने का निर्देश दिया गया. स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को जिलान्तर्गत सभी प्राथमिक, उप स्वास्थ्य केन्द्र, अनुमंडलीय अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बाढ़ आपदा से संबंधित दवाईयों का विकेन्द्रीकरण करते हुए भंडारित करने तथा गत वर्ष के तर्ज पर बोट एम्बुलेंस के परिचालन के लिए आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया. बैठक में डीएम ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार बाढ़ पूर्व तैयारी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें. बैठक में सांसद तारिक अनवर, जिप अध्यक्ष रश्मि सिंह, पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा, उप विकास आयुक्त अमित कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे. कोलासी पुल के पास हो रहा है कटाव साथ ही अमदाबाद में हुए नाव दुर्घटना में लापता एक बच्ची का शव अप्राप्त रहने फलस्वरूप एसओपी के अनुसार यथाशीघ्र भुगतान तथा ””ठनका”” से हुई मृत्यु से संबंधित आश्रित को अनुग्रह अनुदान भुगतान करने का निर्देश दिया गया. जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि सिंह ने कोलासी पुल के समीप काली मंदिर के पास होने वाले कटाव की समस्या के निदान को लेकर सुझाव दिया. उनके सुझाव के आलोक में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एवं ग्रामीण कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को संयुक्त रूप से उक्त स्थल की जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया. बैठक में समीक्षा के दौरान तटबंध की सुरक्षा के निमित संवेदनशील तटबंध के क्षेत्रों को नजदीकी थाना एवं अभियंता के साथ टैग करते हुए अनुश्रवण के लिए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया. ताकि कोई असामाजिक व शरारती तत्व तटबंध को क्षति न पहुंचा सके. बाढ़ आपदा के दौरान सहायक सिद्ध होने वाले संघर्षात्मक सामग्री यथा नाव, मोटरबोट, लाईफ जैकेट, जीवन रक्षक छल्ला, पॉलीथीन सीट आदि भौतिक जांच कराकर अद्यतन करने का निर्देश दिया गया. बाढ़ आपदा के दौरान सहायक ””महाजाल”” की उपलब्धता के लिए स्थानीय मछुवारा सोसाईटी से एकरारनामा करने का निर्देश दिया गया. सभी चिन्हित ऊंचे शरण स्थलों एवं सामुदायिक किचन स्थल पर पेयजल आपूर्ति के निमित पीएचईडी के माध्यम से चापाकल का मरम्मति व अधिष्ठापित को लेकर निर्देश दिया गया. बाढ़ से प्रभावित परिवारों को जीआर के निमित अंचल स्तर पर सूची की तैयारी, पंजी का संधारण एवं अनुमोदन आदि दिशा में सभी आवश्यक कार्रवाई प्रारम्भ करते हुए ससमय पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया.
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