कुरसेला प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश गांव बाढ़ की चपेट में आ चुका है. नदियों के जलस्तर वृद्धि से बाढ़ का फैलाव निरंतर बढ़ता जा रहा है. क्षेत्र के अधिकांश गांवों की ग्रामीण सड़के बाढ़ में डूब गयी है. प्रखंड क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक विद्यालयों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से पठन पाठन बाधित हो गया है. अयोध्या प्रसाद प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. गांधी घर में बाढ़ प्रवेश कर गया है. निचले सतह के गांवों के घरों में बाढ़ प्रवेश करने से प्रभावितों के समक्ष भोजन, पानी, शौचालय आदि की समस्या ये खड़ी हो गयी है. कोसी नदी का जलस्तर खतरा निशान के उपर एचएफएल निशान के करीब पहुंच गयी है. नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के अधिक होने से कोसी नदी का जलस्तर उफान पर बना हुआ है. गंगा नदी के जलस्तर में निरंतर वृद्धि जारी है. नदियों के जलस्तर वृद्वि से बाढ़ की स्थिति गम्भीर होती जा रही है. प्रखंड क्षेत्र के शेरमारी, चांयटोला, पत्थल टोला, कटरिया, चापर, खेरिया, तीनघरिया, बालू टोला, बसुहार मजदिया, कमलाकान्ही, देवीपुर, मधेली, गुमटी टोला, कुरसेला बस्ती, बाघमारा, पचखुटी, रामपुर ग्वालटोली, मेहर टोला, बल्थी महेशपुर, मलेनियां मिर्जापुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. घरों में बाढ़ प्रवेश करने से प्रभावित परिवार ऊंचे जगहों पर शरण ले रहे हैं. नीचे बाढ़ उपर से बारिश का प्रकोप बाढ़ पीड़ितों के संकट को कष्टकारी बना रहा है. घुरना बल्थी महेशपुर सड़क सह बांध पर बाढ़ का दबाव बढ़ता जा रहा है. मधेली स्थित बारह नम्बर ठोकर पर गंगा नदी का दबाव बढ़ रहा है. क्षेत्र का अधिकांश भूभाग बाढ़ से जलमग्न हो गया है. बाढ़ से प्रखंड क्षेत्र का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

