कोढ़ा प्रखंड के उत्तरी सिमरिया पंचायत के किसानों को मनरेगा योजना के तहत निजी जमीन पर पौधरोपण कराया गया था. योजना के अनुसार प्रत्येक किसान को प्रति माह 2040 रुपये भुगतान किया जाना है. ग्रामीणों के अनुसार 11 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक केवल तीन महीने की ही भुगतान किया गया है. किसानों में भारी असंतोष है. मनरेगा मजदूरों को 100 दिनों की रोजगार देने की गारंटी भी असफल हो रही है. किसान मनीष कुमार, भानु प्रताप सिंह, संजय कुमार, सुभाष हेंब्रम सहित कई लाभुकों की निजी जमीन पर एक यूनिट के तहत पौधरोपण कराया गया था. किसानों ने कहा, पौधों की सुरक्षा, सिंचाई और देखभाल के लिए उन्हें नियमित रूप से मजदूरी की आवश्यकता होती है. भुगतान अटकने से भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पंचायत रोजगार सेवक सुशांत कुमार राज ने भुगतान में हो रही देरी का कारण ब्लॉक कार्यालय में डाटा ऑपरेटर की मनमानी को बताया. कहा, डाटा ऑपरेटर समय पर डेटा अपडेट नहीं कर रहा है. मजदूरी का भुगतान रुक रहा है. कार्यक्रम पदाधिकारी अजय कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस समस्या की जानकारी उन्हें नहीं थी. उन्होंने कहा मामले की जांच करायी जायेगी. आवश्यकता होने पर तुरंत कार्रवाई की जायेगी. देरी के कारण किसान अब प्रशासन से शीघ्र समाधान की मांग कर रहे हैं.
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