आजमनगर आलमपुर, अमरसिंहपुर, मर्वतपुर व आजमनगर सहित कई अन्य पंचायतों में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत बनाये गये कचरा भवन के अंदर से बाहर तक लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है. प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों के कचरा भवनों के इर्द-गिर्द खुले में ही कचरा फ़ैला दिया जाता है. आजमनगर तथा आलमपुर पंचायत में बने कचरा भवन के ठीक 50 से 100 मीटर की दूरी पर प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय आजमनगर है. जहां सैकड़ों छात्राएं पठन-पाठन के लिए पहुंचती है. इसी गंदगी के रास्ते विद्यालय पहुंचती है. कचरा से फैलती दुर्गंध के कारण शिक्षक सहित छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के कारण कचरा सड़ गल कर एक महामारी जैसी बीमारियों को फैल सकती है. जिस पर सरकार द्वारा लगातार लगाम लगाने के लिए लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत कचरा को एक जगह रखने का काम कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण कचरा भवन के जगह कचरा भवन के चारों ओर कचरे को फैला दिया जाता है. नोमान,अनिस, बंटी, फैसल, निहाल, इम्तियाज अहमद सहित दर्जनों राहगीरों ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा लगातार स्वच्छ बिहार बनाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन उनके अधिकारियों के मनमाने रवैया से आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायत में बने कचरा भावनाओं का हाल बाद से बदतर हो चुका है. जहां से गुजरने के दौरान दुर्गंध इतनी फैली हुई है. जिससे बीमारियों का आशंका बना रहता है. आजमनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार मुकेश ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए कहा कि संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया है जल्द ही कार्रवाई की जायेगी.
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