ग्रामीणों ने प्रशासन से की शोचालय चालू करने की मांग कोढ़ा प्रखंड के दक्षिणी सिमरिया पंचायत में पंद्रहवीं वित्त आयोग योजना के तहत बना सामुदायिक शौचालय दो वर्षों से बंद है. ग्रामीणों के अनुसार, यह शौचालय जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि सिंह के नेतृत्व में बनाया गया था, लेकिन देखरेख और संचालन की कमी के कारण बंद पड़ा है.ग्रामीणों ने कहा, शौचालय चालू न होने के कारण वे आज भी खुले में शौच करने को मजबूर हैं, जिससे स्वच्छता अभियान की मूल भावना को ठेस पहुंच रही है. स्थानीय निवासी रामेश्वर यादव ने बताया, सरकारी पैसे से बना शौचालय अगर जनता के काम न आए तो यह सिर्फ संसाधनों की बर्बादी है. स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) भारत बनाने का संकल्प लिया गया था, लेकिन इस तरह की लापरवाही योजना की सफलता पर सवाल खड़े करती है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा शौचालय निर्माण के बाद इसकी देखभाल और संचालन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. गांव के लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस शौचालय को चालू करने की मांग की है. कहते है पदाधिकारी जब इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि हमें इस समस्या की जानकारी मिली है, और जल्द ही इसे चालू करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. यदि कोई तकनीकी या प्रशासनिक अड़चन है, तो उसे भी दूर किया जायेगा.
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