डंडखोरा बिहार दिवस को लेकर डंडखोरा प्रखंड के कई विद्यालयों में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया. उमवि संगत टोला में बिहार दिवस को लेकर प्रभात फेरी निकालीगयी. बच्चों विद्यालयों के शिक्षको ने भाग लिया. हाथों में बिहार दिवस के बैनर और पोस्टर लिए बच्चों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ पोषक क्षेत्र का भ्रमण किया. उन्नत बिहार-विकसित बिहार की थीम पर मनाये जा रहे बिहार दिवस दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालय में समारोह का भी आयोजन किया. प्रधानाध्यापक लालबिहारी पासवान, विशिष्ट शिक्षक मनोज जायसवाल, ज्योति कुमारी, नीलम कुमारी, रहमातुल्ला व शिक्षा स्वयंसेवक बिष्णुदेव रॉय ने बिहार की गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विरासत से छात्रों को रुबरु कराया. बिहार दिवस 1912 में बिहार को बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग कर एक स्वतंत्र प्रांत के रूप में स्थापित किए जाने को लेकर मनाया जाता है. बिहार का गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और परंपराएं इसे भारत के प्रमुख राज्यों में से एक बनाती है. आज पूरे बिहार के लिए गर्व का दिन है. बिहार अपनी विरासत, परंपरा और संस्कृति के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. बंगाल प्रांत से अलग होकर बिहार ने एक स्वतंत्र पहचान बनायी और निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है. इस दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा चित्रकला व रंगोली भी बनायी गयीं.
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