कटिहार : नगर थाना क्षेत्र के दौलतराम चौक के समीप दिनदहाड़े राधेश्याम सोनी के यहां 1.50 करोड़ की लूट के मामले में 72 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस का हाथ खाली है. पुलिस घटना में शामिल किसी भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हालांकि एसपी डॉ सिद्धार्थ के नेतृत्व में रविवार की रात में एसडीपीओ लालबाबू यादव, नगर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रूपेश कुमार, सहायक थानाध्यक्ष विनोद सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी व कर्मी नगर थाना के बड़ी दुर्गा मंदिर के पीछे गामी टोला में स्व गोपाल रक्षित के यहां किराये में रह रहे राम विलास गुप्ता जो दुर्गा स्थान चौक पर चाय दुकान चलाता है. उसके घर में पुलिस ने सघनता से छापेमारी की.
महिला के यहां से एक लाख ग्यारह हजार रुपये की बरामदगी की गयी, लेकिन महिला के द्वारा दिये गये बयान के आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. छापेमारी दल में आये पुलिस को महिला ने बताया कि वह अपने भगना जो बंगाल में रहता है. उससे एक लाख व मकान मालिक से 11 हजार रुपये कर्ज लिया है, जिससे वह जमीन खरीदेगी.
जिले में अब तक की सबसे बड़ी लूट की घटना : आजतक की जिले में सबसे बड़ी राशि की लूट है. जिले सहित सूबे के एक दो घटना को छोड़कर कहीं भी इतनी बड़ी लूट को अपराधियों ने अंजाम नहीं दिया है. दिन दहाड़े लूट की वारदात से जिले के व्यवसायी वर्ग में भय का माहौल व्याप्त है. शहरवासियों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आखिर इतनी बड़ी घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी अपराधी क्यों नहीं पकड़े जा सके हैं.
एसपी ने घटना बाबत एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि आठ अपराधियों में पांच की पहचान की जा चुकी है. अब सवाल यह उठता है कि जब पांच की पहचान हो गयी तो पुलिस के हत्थे अबतक अपराधी या उसका मुखबिर क्यों नहीं लगा है. आखिर अपराधी कहां गये. हालांकि सोमवार को सीएम के कटिहार दौरे के बाद व्यवसायियों में इस बात की उम्मीद जगी है कि अपराधी पकड़े जायेंगे. सोमवार को सीएम के दौरे को लेकर पूरा पुलिस महकमा तैयारियों में व्यस्त दिखा. हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार सोमवार को भी पुलिस की एक टीम ने कुछ जगहों पर छापेमारी की है लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. इस बात की भी चर्चा है कि घटना के बाद अपराधी दूसरे राज्य निकल गये.