भभुआ शहर.
हर वर्ष की तरह ही अक्षय तृतीय के मौके पर बुधवार को चैनपुर स्टेट के पूर्व राजा राजर्षि शारिवाहन का जन्म उत्सव समारोह पूर्वक मनाया गया. इसमें सिकरवार कुल के राजपूतों ने जिला मुख्यालय के अखलासपुर रोड में देवी मंदिर में राजा के वंशज द्वारा स्थापित किये गये सिकरवार वंश की कुल देवी मां कामाख्या देवी की पूजा-अर्चना करके राजर्षि शारिवाहन का जन्मोत्सव मनाया गया. इधर, इस मौके पर बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि राजा शारिवाहन 1497 ई. में चैनपुर स्टेट के राजा थे. वे अपने युग के प्रसिद्ध, न्याय प्रियता के धनी और एक वीर राजा थे. उन्होंने अपने दुश्मनों को हराया और अपने राज्य को मजबूत किया. उनका राजवंश चैनपुर से उत्पन्न हुआ. जो धीरे-धीरे फैलकर बड़ होता गया. वर्तमान में इनके वंशज कैमूर जिले में रामगढ़ से लेकर सवार, भगवानपुर, सरैयां, जैतपुर आदि जगहों पर फैले हुए हैं. वक्ताओं ने कहा कि जिले के देवी मंदिर में अपनी कुल देवी मां कामाख्या की स्थापना चैनपुर स्टेट के राजा शारिवाहन के वंशज सागर शाह ने किया था. राजा सागर शाह ने ही भभुआ में अपनी कचहरी बनायी थी, जो स्थल आज भभुआ व्यवहार न्यायालय में तब्दील हो चुका है. कार्यक्रम में चंदन सिंह, पुरुषोत्तम कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, अरूण सिंह, कमलेश कुमार सिंह, संजय सिंह, सुरेंद्र सिंह, छोटन सिंह आदि सहित अन्य लोग शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

