मोहनिया शहर. स्थानीय महाराणा प्रताप महाविद्यालय में पिछले एक वर्ष से उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां पहले से महाविद्यालय में करोड़ों रुपये के गबन के मामले की जांच चल रही है, तो अब प्रभारी प्राचार्य को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है. शनिवार को नये प्रभारी प्राचार्य डॉ महातिम सिंह प्रभार लेने महाविद्यालय पहुंचे, लेकिन पूर्व प्राचार्य महाविद्यालय से गायब रहे और प्राचार्य कक्ष भी बंद मिला, जिसके कारण नये प्रभारी प्राचार्य के रूप में डॉक्टर महातिम सिंह महाविद्यालय के कंप्यूटर कक्ष में बैठकर पूरे दिन कार्य का निबटारा किया. गौरतलब है की पूर्व प्राचार्य डॉ अनिल कुमार के सेवनिर्वित होने के बाद डॉ शंभू नाथ सिंह को महाविद्यालय का प्रभारी प्राचार्य बनाया गया था. करीब एक साल तक शंभू नाथ सिंह को प्रभारी प्राचार्य बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने अनुमोदन नहीं दिया गया था. इसी बीच मामला हाइकोर्ट में चला गया. जबकि, इधर महाविद्यालय के शासी निकाय के जनप्रतिनिधि सदस्य संतोष कुमार सिंह द्वारा महाविद्यालय में गड़बड़ी, अवैध नियुक्ति तथा शासी निकाय को अवैध बताते हुए विश्वविद्यालय से लेकर राजभवन तक शिकायत की गयी थी. इसके आलोक में विश्वविद्यालय के कुलसचिव द्वारा महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिनिधि को पत्र जारी किया था. इसके मद्देनजर नये प्रभारी प्राचार्य डॉ महातिम सिंह ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रतिनिधि (यूआर) प्रोफेसर डा अवध बिहारी सिंह के समक्ष विश्वविद्यालय मुख्यालय आरा में जाकर योगदान किये थे, जिसके बाद शनिवार को प्रभार लेने के लिए जब महाविद्यालय पहुंचे तो वहां पूर्व प्राचार्य कॉलेज से गायब थे, साथ ही प्राचार्य का कक्ष भी बंद था. इसको लेकर उनके द्वारा पूर्व प्राचार्य को फोन किया गया, लेकिन फोन पर पूर्व प्राचार्य द्वारा अपने आप को छुट्टी पर होने की बात बतायी गयी, जिसके आलोक में नये प्रभारी प्राचार्य ने महाविद्यालय के कंप्यूटर कक्ष में ही बैठकर प्रभारी प्राचार्य के रूप में कई पत्र जारी किये और पूरे दिन बैठकर कॉलेज के सभी कार्य का निष्पादन किये. # नये प्रभारी प्राचार्य को लेकर सम्मान समारोह का आयोजन स्थानीय महाराणा प्रताप महाविद्यालय में शनिवार को नये प्रभारी प्राचार्य के रूप में प्रभार लेने पहुंचे डॉ महातिम सिंह की उपस्थिति में कॉलेज परिसर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान प्राध्यापकों ने नये युग की शुरूआत बतायी. इसके साथ ही महाविद्यालय में पूरी ईमानदारी से कार्य करने का नये प्रभारी प्राचार्य डॉ महातिम सिंह ने संकल्प लिया. कार्यक्रम के दौरान पूर्व उप प्राचार्य डॉ श्याम बिहारी सिंह ने पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह के समय बनाये गये सिस्टम पर महाविद्यालय को चलाने की उनके कार्यकाल को स्वर्णिम कार्यकाल का संज्ञा दिया. इसके साथ ही रसायन विभाग के पूर्व अध्यक्ष रिटायर प्रो ओमप्रकाश सिंह, भूमिदान दाताओं की ओर से स्वस्तिक परिवार के संतोष सिंह, कौशलेंद्र प्रताप सिंह तथा एसीजम रंजन कुमार की पत्नी निष्ठा सिंह ने भी प्रभारी प्राचार्य के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया था. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ लक्ष्मण शरण सिंह ने किया. इस मौके पर संघ के महामंत्री डॉ राधेश्याम सिंह, संगठन महामंत्री डॉ दिनेश्वर सिंह, कोषाध्यक्ष अंगद सिंह, डॉ शशिकांत सिंह, डॉ राधेश्याम चौबे, डॉ उदय प्रताप सिंह, डॉ माया सिंह समेत दर्जनों प्राध्यापक ने अपने विचार रखे. # बोले पूर्व प्रभारी प्राचार्य इस संबंध में महाराणा प्रताप महाविद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ शंभू नाथ सिंह ने बताया कि अभी हम छुट्टी पर हैं, जिसके कारण प्राचार्य का कक्ष बंद था और हम महाविद्यालय में उपस्थित नहीं थे. जहां तक नये प्रभारी प्राचार्य का चयन की बात है तो इसको लेकर हम न्यायालय में गये हैं, जो भी न्यायालय का फैसला आयेगा उसका हम पालन करेंगे. #बोले नये प्रभारी प्राचार्य इस संबंध में महाराणा प्रताप महाविद्यालय के नये प्रभारी प्राचार्य डॉ महातिम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा मुझे नया प्रभारी प्राचार्य बनाया गया है. शुक्रवार को आरा में विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के समक्ष अपना योगदान किया. इसके बाद शनिवार को महाविद्यालय में प्रभार लेने के लिए पहुंचे, तो प्राचार्य का कक्ष बंद था और पूर्व प्रभारी प्राचार्य महाविद्यालय में नहीं थे. इसको लेकर उनको फोन किया गया, तो अपने आप को छुट्टी पर होने की बात बतायी. इसके बाद भी नये प्रभारी प्राचार्य के रूप में महाविद्यालय के कंप्यूटर कक्ष में बैठकर महाविद्यालय के कई कार्य का निष्पादन किये हैं.
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