मामला कुदरा प्रखंड के कानडीहरा विद्यालय का
भभुआ नगर.
विद्यालय की जमीन बंदोबस्त कर राशि गटकने के मामले में कानडीहरा विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर विभाग ने शिकंजा कसना प्रारंभ कर दिया है. इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को जवाब तलब किया है. साथ ही आदेश दिया है कि तीन दिनों के अंदर जवाब देना सुनिश्चित करें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. जारी आदेश में कहा गया है कि विगत 02 मई को आधोहस्ताक्षरी द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया. विद्यालय निरीक्षण के दौरान मामला सामने आया कि विद्यालय के 3.2 एकड़ जमीन को 01 लाख 07 हजार रुपये में बंदोबस्त कर दिया गया है. जांच के क्रम में पाया गया कि विद्यालय की कृषि योग्य जमीन की बंदोबस्ती कर राशि निकाली गयी और राशि को खर्च भी कर दिया गया. लेकिन, इसका कोई लेखा-जोखा नहीं पाया गया. यानी विद्यालय की बंदोबस्त वाली जमीन से प्राप्त राशि आपके द्वारा खर्च की गचप है, जो वित्तीय अनियमितता है.चार क्विंटल से अधिक चावल गायब पाया गया:
जारी आदेश में कहा है कि विद्यालय जांच के दौरान मध्याह्न भोजन के गोदाम की भी जांच की गयी. इस दौरान पाया गया की पंजी में 9.44 क्विंटल चावल है, जबकि गोदाम में सात बोरे में रखा लगभग डेढ़ क्विंटल चावल ही पाया गया. इस तरह चार क्विंटल से अधिक चावल विद्यालय से गायब पाया गया. गौरतलब है कि एमडीएम का चावल गटकने वाले गुरुजी लोगों की नजर अब विद्यालय के लिए मिलने वाली विकास की राशि के साथ-साथ विद्यालय की बंदोबस्त भूमि वाले जमीन पर भी लग गयी है. यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि इस तरह का खुलासा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुदरा द्वारा कानडीहरा विद्यालय के प्रधानाध्यापक को जवाब तलब करते हुए जारी किये आदेश से हुआ है. हालांकि, मामले का खुलासा होने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को जवाब तलब किया है. साथ ही आदेश दिया है कि तीन दिनों के अंदर जवाब दें, नहीं तो कार्रवाई की जायेगी. हालांकि, केवल यह मामला कुदरा प्रखंड के कानडीहरा विद्यालय का ही नहीं है, जिले में ऐसे आधा दर्जन से अधिक विद्यालय हैं.= उपस्थिति पंजी दर्ज थी 190 छात्रों की, मौजूद थे मात्र 94 छात्रप्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि विद्यालय जांच के दौरान विद्यालय के उपस्थित पंजी पर 190 छात्रों की हाजिरी दर्ज की गयी थी. लेकिन, विद्यालय जांच के दौरान छात्रों की वास्तविक उपस्थिति मात्र 94 पायी गयी. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा दी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रों की उपस्थिति ज्यादा बनाकर प्रधानाध्यापक द्वारा राशि निकाल ली जाती है, जो एक गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला है.
= वरीय शिक्षक विद्यालय में है कार्यरत, फिर भी है जूनियर काे दिया गया है प्रभारप्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने जारी आदेश में कहा है कि विद्यालय में वरीय शिक्षक कार्यरत हैं, फिर भी जूनियर शिक्षक को विद्यालय का प्रभार मिला है. इससे स्पष्ट होता है कि आपके द्वारा अपने पास विद्यालय का प्रभार रख कर विद्यालय में अनियमितता की जा रही है.क्या कहते हैं अधिकारीजिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडे ने बताया कि कानडीहरा विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बंदोबस्त की राशि अपने निजी कार्य में खर्च कर दिया गया है, जो काफी गंभीर विषय है. इसकी जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

