भभुआ शहर. जमीन सर्वेक्षण के लिए रैयतों द्वारा जमीन के दस्तावेज जमा करने में हो रही देरी को लेकर अमीन गांव-गांव घूमकर ग्राम सभाएं आयोजित कर हर एक चीज की लोगों को जानकारी दे रहे हैं. इसमें जमीन के ब्योरे के साथ वंशावली निर्धारित फॉर्म में जमा करनी है. फॉर्म ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों माध्यम से जमा किये जा सकते हैं. जमीन सर्वे के बाद लोगों के द्वारा दिये जानेवाले ब्योरे के आधार पर अंतिम रूप से डेटा व नक्शा तैयार करते हुए जमीन का रिकॉर्ड अपडेट किया जायेगा.
= जिले में अब तक 70.48 % रैयतों ने भूमि सर्वेक्षण के लिए जमा किये दस्तावेज
जिले में रैयतों द्वारा सर्वे कागजात को जमा करने में लापरवाही बरतने से सर्वे कार्य में देरी हो रही है, जबकि भूमि सर्वेक्षण के लिये रैयतों ने जिले में अब तक मात्र 04 लाख 06 हजार 06 सौ 52 लाख लोगों ने यानी 70.48 प्रतिशत रैयतों ने ही सर्वे कागजात जमा किया हैं. जबकि जिले में रैयतों की संख्या लगभग 05 लाख 73 हजार 212 हैं.
= जमीन के दस्तावेज है, तो सर्वे के लिए भर सकते हैं प्रपत्र
बंदोबस्त पदाधिकारी मोहम्मद उमैर ने कहा कि रैयत आपसी बंटवारा, या जमीनी मुकदमा को लेकर या किसी कारण बस जमीनी दस्तावेज रहते हुए भी प्रपत्र नहीं भरा रहे हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. वैसे रैयत भी जमीन दस्तावेज स्टेटस सह आवेदन पत्र के साथ प्रपत्र भरकर जमा कर दें, ताकि खाता खोला जा सके, जहां आगे निर्णय के आधार पर खाता प्लॉट चढ़ जायेगा. इसके लिये घर घर पहुंचकर रैयतों को जागरूक किया जा रहा है, साथ ही रैयतों से आग्रह किया जा रहा कि जल्द से जल्द जमीन के दस्तावेज जमा करें अन्यथा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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