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सदर अस्पताल के भर्ती वार्ड में पेयजल की व्यवस्था नहीं, मरीज परेशान

सदर अस्पताल भभुआ में सरकार की ओर से दवा से लेकर डॉक्टर तक तैनात है. इधर, अस्पताल में अब जांच सहित कई तरह की सुविधाएं भी मरीजों को मिलने लगी है. लेकिन, इस गर्मी और उमस में भी सदर अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित महिला व पुरुष भर्ती वार्ड में अब तक मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं की जा सकी है

भभुआ सदर. सदर अस्पताल भभुआ में सरकार की ओर से दवा से लेकर डॉक्टर तक तैनात है. इधर, अस्पताल में अब जांच सहित कई तरह की सुविधाएं भी मरीजों को मिलने लगी है. लेकिन, इस गर्मी और उमस में भी सदर अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित महिला व पुरुष भर्ती वार्ड में अब तक मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं की जा सकी है, जिसके चलते मरीज के परिजनों या नाते रिश्तेदारों को पीने के पानी के लिए तीसरी मंजिल से सीढ़िया उतरकर सबसे निचले तल पर जाना पड़ रहा है. हालांकि, प्रबंधन द्वारा एक आरओ की व्यवस्था की गयी है, लेकिन वह केवल कर्मियों के लिए है. उक्त आरओ से मरीज या उनके परिजनों को पानी नहीं मिलता है. इसके लिए उन्हें तीसरी मंजिल से उतरकर नीचे जाना पड़ता है और फिर सीढ़ियां चढ़ कर ऊपर तीसरी मंजिल पर आना पड़ता है. गौरतलब है कि पिछले तीन साल से अस्पताल के सबसे ऊपरी यानी तीसरी मंजिल पर शिफ्ट महिला व पुरुष वार्ड में बेहतर तरीके से पेयजल की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. सदर अस्पताल में बेटी के इलाज कराने को लेकर भर्ती सुखदेई देवी ने बताया कि वह अपनी बेटी खुशी देवी को लेकर भर्ती है, लेकिन भर्ती वार्ड में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं रहने के चलते बूढ़ी होने के बावजूद तीन मंजिल से सीढ़ियां उतरकर और चढ़कर पानी लाने में सांस अटक जाती है. पानी के लिए कभी कभी दूसरे लोगाें का भी सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं, हरनाथपुर निवासी सुभाष राम ने बताया कि वह अपनी पत्नी सावित्री देवी को लेकर अस्पताल में चार दिन से भर्ती हैं. अस्पताल में हर व्यवस्था है, लेकिन पेयजल के लिए तीसरी मंजिल से उतरकर सबसे नीचे मंदिर के पास पानी लाने जाना पड़ रहा है. = मरीजों को डॉक्टर देते हैं स्वच्छ जल पीने की सलाह अस्पताल में भर्ती और इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को भले ही चिकित्सकों द्वारा पेयजल को स्वच्छ कर पीने की सलाह दी जाती हो, लेकिन इसके इतर अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित भर्ती वार्ड में मरीजों को ही शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है. हालांकि, अस्पताल में पानी के लिए नल और आरओ मशीन लगायी गयी है, लेकिन वह सबसे निचले तल पर स्थित है. मरीज के परिजनों को पेयजल की व्यवस्था करने के लिए सीढ़ियां उतरकर नीचे जाना पड़ रहा है. इसके चलते जिले के प्रमुख अस्पताल की यह हालत विभागीय दावों की पोल खोल रही है. = भर्ती वार्ड से नीचे जाना पड़ता है पानी लाने –बीमार होने के चलते बच्चे को भर्ती करायी हूं. लेकिन पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे को दूसरे के भरोसे छोड़कर नीचे पानी लाने जाना पड़ता है. आकांक्षा कुमारी, हाटा – –वह अपने बेटे का इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल आये है. लेकिन अस्पताल में पेयजल की बहुत दिक्कत है. घर से वह लोग जल्दबाजी में बड़ा बर्तन लेकर नहीं आये. बोतल में पानी लाने से वह जल्द खत्म हो जा रहा है. मनोज पासवान, रुईया – —सदर अस्पताल में प्यास बुझाने के लिए बड़ी दिक्कत है. वह बीमार है, जिसके चलते सीढ़िया उतरकर और फिर चढ़ कर पानी नहीं ला सकते, जब घर वाले आते हैं तो उनसे पानी मंगाना पड़ रहा है. इजहार अहमद, नोनरा – = भर्ती वार्ड में की जा रही पेयजल की व्यवस्था सदर अस्पताल के भर्ती वार्ड में पेयजल व्यवस्था उपलब्ध नहीं रहने के संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में कार्य शुरू है. भर्ती वार्ड के बाहर भी पेयजल की व्यवस्था जल्द की जायेगी, इसके लिए कवायद की जा रही है.

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