कर्मनाशा. फाइनेंस कंपनी का लाखों रुपये गबन करने के लिए दुर्गावती थाने में लूटकांड की फर्जी प्राथमिकी दर्ज कराने वाले ब्रांच संगम के मैनेजर कुश कुमार की निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से 150787 रुपये और मोबाइल बरामद कर लिया है. वहीं, तथाकथित लूटी गयी सैमसंग टैब क्षतिग्रस्त अवस्था में, बायोमेट्रिक मशीन, पैकेट पर्स खाली व बैग भी वादी की निशानदेही पर घटनास्थल से पश्चिम फ्लाईओवर के दक्षिण शीशम के बगीचा स्थित कुआं के पास से पुलिस ने बरामद कर सोची समझी साजिश के तहत एक फर्जी लूट की घटना का पर्दाफाश किया है. मामले में एसपी ललित मोहन शर्मा ने गुरुवार को दुर्गावती थाने में प्रेसवार्ता कर फर्जी लूटकांड की घटना का उद्भेदन करते हुए बताया कि 18 अप्रैल 2024 को दुर्गावती थाना अंतर्गत महमुदगंज व धनेछा के बीच चार अपराधियों द्वारा भारत फाइनेंस इन्कुल्जन लिमिटेड मोहनिया के संगम ब्रांच के मैनेजर वादी कुश कुमार सिंह पिता राजदेव सिंह ग्राम करमाही थाना राजपुर जिला रोहतास के साथ हाथापाई करके एक वीवो कंपनी का स्मार्ट मोबाइल, एक सैमसंग कंपनी का टैब, बायोमेट्रिक मशीन, गाड़ी की डिक्की से 150787 रुपये व मोटरसाइकिल की चाभी लूटने की घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. अनुसंधान के क्रम में दुर्गावती पुलिस द्वारा तकनीकी अनुसंधान के आधार पर कांड का सफल उद्भेदन करते हुए तथाकथित लूट के मोबाइल तथा लूटी गयी कुल रकम 150787 रुपये को कांड के वादी कुश कुमार सिंह की निशानदेही पर वादी के घर से तथा लूटे गये सैमसंग टैब को क्षतिग्रस्त अवस्था में, साथ ही बायोमेट्रिक मशीन, पॉकेट पर्स खालीव एक बैग वादी के निशानदेही पर घटनास्थल से पश्चिम फ्लाई ओवर के दक्षिण शीशम के बगीचा में स्थित कुंआ के पास से बरामद किया गया है. कांड के वादी कुश कुमार सिंह द्वारा पूछताछ के क्रम में यह स्वीकार कर लिया गया है कि इनके द्वारा दर्ज कराया गया दुर्गावती थाना कांड संख्या–102/24 फर्जी है तथा पैसे, मोबाइल, लूट जैसी कोई घटना नहीं घटित हुई थी. – ऑनलाइन सट्टे में पैसे हार जाने पर दर्ज करायी फर्जी लूट एसपी ने बताया कि वादी कुश कुमार सिंह को विगत कुछ वर्षों से ऑनलाइन सट्टा खेलने की आदत हो जाने से 08–10 लाख रुपये हार चुका था. सट्टे के कारोबार में फंस जाने व पैसा सट्टा में हार जाने के कारण एक सोची समझी साजिश के तहत एक फर्जी लूट की घटना को दर्ज कराया गया था. इस संबंध में दुर्गावती थाना में धारा 409/420/182 भादवि के तहत प्राथमिकी दर्ज कर वादी लवकुश कुमार सिंह को गिरफ्तार करते हुए अग्रिम कार्रवाई की जा रही है – वैज्ञानिक अनुसंधान से फर्जी लूटकांड का हुआ खुलासा लूट कांड की प्राथमिकी दुर्गावती थाने में दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अंचल निरीक्षक मोहनिया के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमे दुर्गावती थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह, डीआइयू प्रभारी व अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे. वैज्ञानिक अनुसंधान के दौरान इस घटना में लूटी गयी मोबाइल का सिम रन कराने पर इस कांड के वादी के घर का लोकेशन मिला, इसी आधार पर मोबाइल को जब्त कर कांड के वादी से पूछ-ताछ करने पर घटना का खुलासा हो गया. इसमें यह स्पष्ट हुआ कि कुश कुमार सिंह (वादी) भारत फाइनेंस इन्कुल्जन लिमिटेड मोहनीया ब्रांच में संगम मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. ये सट्टा खेलने में 08-10 लाख रुपये हार चुके थे. वह पैसा इनके बंधक जमीन को छुड़ाने के लिए भाई ने दिये थे, भाई द्वारा खेत छुड़ाने का दबाव दिया जा रहा था, तब इनको दूसरा कोई उपाय नहीं सूझ रहा था. इसके बाद सोची समझी साजिश के तहत 18 अप्रैल 2024 को विभिन्न गावों से वसूल किया गया कुल 150787 रूपये, मोबाइल को अपने पास रख लिया और कंपनी के टैब को तोड़ कर, बॉयोमेट्रिक के साथ बैग में डाल कर फर्जी घटनास्थल के पास महमुदगंज से पश्चिम फ्लाई ओवर के दक्षिण शीशम के बगीचा में स्थित कुंआ में फेंक दिया तथा लूट का झूठा कांड दर्ज कराया गया. कांड के अनुसंधान के क्रम में लूट के पैसे व मोबाइल कुश कुमार सिंह के घर से तथा टैब व बॉयोमेट्रिक बगीचा में स्थित कुआं से बरामद किया गया. इस प्रकार मोबाइल के लोकेशन के आधार पर लूटकांड का वादी कंपनी का संगम मैनेजर पुलिस के हत्थे चढ़ गया और पूरे मामले का खुलासा करने में पुलिस को कामयाबी मिली.
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