मोहनिया सदर. कैमूर-रोहतास की सीमा पर अवस्थित रोहतास जिला के परसथुआं बाजार के कुछ व्यवसायियों द्वारा अपनी दुकानों से निकलने वाले कूड़ा कचरा को दोनों जिले का विभाजन करती गोरिया नदी जिसे डंगरी के समीप नेशनल हाइवे 30 वर्तमान 319 क्राॅस करती है, नदी तट व एनएच के किनारे गिराया जा रहा है. इससे निकलती दुर्गंध ने एनएच-319 से गुजरने वाले लोगों व डंगरी के ग्रामीणों के साथ परसथुआं में नदी के तट पर अवस्थित गिरीश नारायण मिश्र महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं व उक्त काॅलेज के मैदान में डिफेंस के फिजिकल की तैयारी करने वाले युवाओं की नाक में दम करके रख दिया है. लोगों को घुटन महसूस होने लगी है. इसको लेकर कई बार क्षेत्र के ग्रामीण जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन, कूड़ा डंपिंग का कार्य बंद नहीं हो रहा है. प्रतिदिन बाजार में एकत्रित कूड़ा कचरा को लाकर नदी के किनारे गिराया जा रहा है. इससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. # नदी का पानी भी हो रहा दूषित गोरिया नदी के तट पर दोनों तरफ धार्मिक स्थल हैं. रोहतास के परसथुआं में नदी के तट पर जहां भगवान सूर्य का मंदिर व उमापुर का राधा कृष्ण मंदिर है. वहीं, नदी के इस पार कैमूर के डंगरी में नदी तट पर मां काली का मंदिर अवस्थित है, जहां सुबह-शाम लोग पूजा अर्चना के लिए जाते हैं. लेकिन इस कूड़े कचरे से निकलती दुर्गंध श्रद्धालुओं के साथ मंदिर पहुंचे लोगों के दिल दिमाग को झकझोर कर रख देती है. मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इस कूड़े कचरे की दुर्गंध ने काफी परेशान कर दिया है. छठ पूजा के समय इसी गोरिया नदी के दोनों तरफ कई गांव की महिलाएं छठ व्रत करने के लिए पहुंचती हैं और इसी गंदगी के बीच भगवान भास्कर को अर्घ देती हैं. फिर भी प्रशासन नदी को कूड़ा कचरा से बचाने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा है. इससे नदी का पानी भी दूषित हो रहा है. इस क्षेत्र के पशुपालक अपने मवेशियों को इसी नदी का गंदा पानी पिलाते हैं. # साफ-सफाई होती तो टहलने व बैठने के लिए है उचित स्थान यदि परसथुआं बाजार के व्यवसायियों द्वारा उक्त स्थान पर कूड़ा कचरा नहीं गिराया जाता, तो सुबह और शाम के समय मंदिर के प्रांगण और नदी के किनारे लोगों के टहलने के लिए उपयुक्त स्थान है. सुबह मॉर्निंग वॉक के बाद लोग नदी के तट पर बने घाटों पर बैठकर काफी सुखमय महसूस करते, लेकिन इन दुकानदारों की करनी ने लोगों को परेशान करके रख दिया है. जबकि, लगभग सभी पंचायत में कूड़ा निस्तारण केंद्र बनाया गया है, लेकिन परसथुआं बाजार के कुछ व्यवसायियों की दुकानों से निकलने वाले कूड़े कचरे को उस कूड़ा निस्तारण केंद्र में नहीं ले जाकर लोग नदी व एनएच के किनारे गिरा रहे हैं. इससे निकलती दुर्गंध से लोगों को संक्रामक बीमारियां होने का डर सताने लगा है. # क्या कहते हैं ग्रामीण – डंगरी के ग्रामीण व छठ पूजा समिति के अध्यक्ष कन्हैया राय कहते हैं कि परसथुआं बाजार के कुछ दुकानदार अपनी दुकानों का कूड़ा कचरा लाकर नदी में गिरते हैं, यहां मां काली का मंदिर है, सूर्य मंदिर है. पूजा के लिए लोग एकत्रित होते हैं. पुल से दक्षिण तरफ डंगरी गांव से लेकर नदी तक इस कदर गंदगी फैलायी गयी है कि सांस लेना मुश्किल हो गया है. हम लोगों को तो डर लगता है की कहीं कोई संक्रामक बीमारी न फैल जाये # डंगरी के ग्रामीण रामाश्रय राय कहते हैं कि नदी के तट पर मां काली का मंदिर अवस्थित है, जहां हम लोग पूजा अर्चना के लिए जाया करते हैं. परसथुआं के कुछ दुकानदारों द्वारा कूड़ा करकट से गंदगी फैलाया गया है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो गया है. कूड़ा कचरा तेज हवा से उड़कर कर लोगों के शरीर पर पड़ता है. कई बार दुकानदारों से कहा गया लेकिन वे लोग यहां कूड़ा गिराने से बाज नहीं आते. – ग्रामीण शिवधारी शर्मा कहते हैं कि परसथुआं बाजार के कुछ दुकानदार यहां अपनी दुकानों का कूड़ा कचरा लाकर गिरते हैं. बगल में धार्मिक स्थान है, वहां हम लोग पूजा अर्चना के लिए जाते हैं बहुत दुर्गंध आती है. कूड़ा कचरा नदी में भी लोग गिरा रहे हैं, जिससे नदी का पानी भी दूषित हो रहा है. इसी नदी में बने छठ घाट में छठ के दौरान कई गांवों की महिलाएं छठ करती हैं. – ग्रामीण इंद्रजीत कुशवाहा कहते हैं कि यहीं एनएच पर पुलिस की गाड़ियां लगी रहती ,हैं उनके सामने परसथुआं बाजार के व्यवसायी अपनी दुकानों का कूड़ा कचरा लाकर नदी में गिरते हैं. इसके बावजूद पुलिस वाले कुछ नहीं बोलते हैं. जबकि उन लोगों से कई बार यह कहा गया है कि यहां कूड़ा कचरा गिराने से काफी गंदगी फैल रही और नदी का पानी भी दूषित हो रहा है, बगल में मंदिर है वहां पूजा अर्चना करने में भी समस्या आ रही. इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है. #बोले मुखिया प्रतिनिधि इस संबंध में पूछे जाने पर रोहतास की कथराई पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि जयशंकर प्रसाद ने कहा कि यह हकीकत है. कि परसथुआं बाजार में ठेला लगा कर फल सहित अन्य सामान बेचने वाले व मुर्गा, मछली की दुकान लगाने वाले लोग रात के समय कूड़ा कचरा और गंदगी ठेला पर लादकर नदी में व किनारे पर डालते हैं. इस मामले में हमने थाना और सीओ को कई बार सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. मेरे द्वारा डंगरी गांव के लोगों से कहा भी गया कि ऐसे लोगों को देखिए तो तुरंत पकड़ लीजिए और उनका ठेला जब्त कर लिजिए.
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