भभुआ सदर.शहर के बद्री भवानी पेट्रोल पंप के कर्मी मनोज रजक की मौत के 24 घंटे बीतने के बाद मृतक के घर वार्ड 15 में मातम पसरा हुआ है. घर के अंदर से पत्नी और मृतक की मां और परिजनों के रोने-धोने की आवाज आ रही है. घर के बाहर मृतक के ससुर के साथ कुछ लोग बैठे हैं. प्रभात खबर की टीम जब बुधवार की दोपहर 12 बजे मृतक मनोज के घर पहुंची, घर के अंदर से उनकी पत्नी सुमन देवी व बच्चे बाहर निकले. पत्रकारों को देखते ही सुमन देवी व उनके बच्चे फफक पड़े. सुमन का कहना था कि ””भईया हो हमनी के त सहारे छीन गईल”” अब बुझाते नईखे कि दूगो लइका और दूगो लड़कियन की पढ़ाई-लिखाई और ओहनी के परवरिश कैसे होईश…””. उनका कहना था कि एगो विधवा के पीछे पूरा समाज खड़ा होला, एहीसे हमिनी के प्रशासन और मंत्री जमा खान से मांग बा कि सरकारी नौकरी जरूर मिले के चाही. एकरा खातिर मंत्री और प्रशासन द्वारा आश्वासन भी देहल गईल. मृतक की पत्नी का कहना था कि उसे मुआवजा नहीं चाहिए़ बल्कि, उसे सरकारी नौकरी चाहिए. ताकि, वह अपने चार बच्चों, देवर व सास का पालन पोषण बेहतर ढंग से कर सके. आश्वासन के बाद कराया गया था पोस्टमार्टम: गौरतलब है कि मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे बद्री भवानी पेट्रोल पंप पर नोजल मैन की ड्यूटी करनेवाले वार्ड संख्या 15 निवासी मुन्नू धोबी के बेटे मनोज कुमार रजक की एक सिरफिरे युवक ने बातचीत के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद युवक ने हथियार के साथ भभुआ थाने में सरेंडर कर दिया था. घटना के बाद काफी बवाल हुआ था और मृतक की पत्नी और परिजनों के अलावा उसके मुहल्ले के लोग मुआवजा देने और एक सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए शव के पोस्टमार्टम से रोक दिया था. घटना की जानकारी पर सदर अस्पताल में पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने मृतक के परिजनों को ढांढ़स बंधाते हुए पत्नी से मुआवजे के अलावा सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया़ लेकिन, लोग मानने को तैयार नहीं थे. हालांकि, घटना के पांच घंटे बाद जब आश्वासन दिया गया, तब जाकर परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए. फिलहाल मृतक के पत्नी को मुआवजे के रूप में चार लाख 25 हजार, पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार और कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपये प्राप्त हुए है. घटना के बाद देर शाम मंत्री जमा खां मृतक के वार्ड 15 स्थित उसके घर पहुंचे, जहां उनके द्वारा मृतक की पत्नी को चार लाख पच्चीस हजार रुपये का चेक सौंपा गया. = वाराणसी में हुआ दाह-संस्कार, बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि हत्या के शिकार हुए बद्री भवानी पेट्रोल पंप के नोजल मैन की देर शाम सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को दाह-संस्कार के लिए वाराणसी ले जाया गया. जहां मृतक के बड़े बेटे 15 वर्षीय प्रिंस ने पिता के शव को मुखाग्नि दी. दाह-संस्कार के दौरान बच्चे की उमर देखकर कई लोगों के आंसू निकल आये. मृतक के दाह संस्कार की सारी व्यवस्था बद्री भवानी पेट्रोल पंप के संचालक जदयू नेता चंद्र प्रकाश आर्य द्वारा की गयी थी.
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