भभुआ (शहर) : सिटी पार्क की जिम्मेवारी लेने में वन विभाग ने हाथ खड़े कर दिये हैं. नगर पर्षद पार्क को सिर्फ चलाने के लिए वन विभाग को सौंप रही है, पर वन विभाग चाहता पार्क का पूर्ण रूप से हस्तांतरण हो़.
वन विभाग व नगर पर्षद के कागजी द्वंद में फंसे शहर के सिटी पार्क में ताला लटका हुआ है. गौरतलब है कि सिटी पार्क करोड़ो की लागत से बनाया गया. लेकिन, जब से पार्क बना विवादों के घेरे में रहा. कभी सफाई को लेकर, तो कभी कुव्यवस्था को लेकर इस पार्क की चर्चा होती रही.
जिले के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा जब भी इसकी जांच की गयी, तो कोई न कोई कमियां उजागर होती रही. काफी दिनों तक पार्क की देखरेख के लिए नगर पर्षद द्वारा ठेके पर दिया जाता था. उसे भी लेकर काफी चर्चा होती रही. हाल के दिनों में सिटी पार्क में वन विभाग द्वारा वन महोत्सव का कार्यक्रम रखा गया था. इसमें जिला व सत्र न्यायाधीश के साथ जिले के सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद थे. पार्क में पौधा लगाने के दौरान वहां की कुव्यवस्था देखकर जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह ने पार्क को वन विभाग को देने का फैसला लिया. इस पर न तो वन विभाग को ही कोई आपत्ति हुई और न ही नगर पर्षद को.
क्या है पूरा मामला : जिलाधिकारी के आदेश पर नगर पर्षद द्वारा जुलाई के अंतिम सप्ताह में वन को विभाग को एक पत्र दिया गया कि पार्क की देखरेख अब वन विभाग के पास रहेगा और एक अगस्त को पार्क के गेट पर एक नोटिस लगा दी गयी कि पार्क अब वन विभाग के जिम्मे हो गया है और नप द्वारा ताला लगा दिया गया.
इस पर वन विभाग के द्वारा 13 अगस्त को नगर पर्षद को एक पत्र दिया गया कि वन विभाग किसी भी पार्क का रख-रखाव तभी करता है, जब उसे पूर्ण रूप से हस्तांतरित किया जाये. उदाहरण में पटना की राजधानी वाटिका का जिक्र किया. वन विभाग द्वारा कहा गया कि पटना का राजधानी वाटिका पहले नगर निगम के जिम्मे था, पूर्ण हस्तांतरण पर ही वन विभाग के द्वारा संचालित किया जा रहा है.
वन विभाग व नप के द्वंद में फंसे सिटी पार्क के बंद हो जाने से सुबह, शाम टहलने वाले बच्चे, बूढ़े व वयस्क की दिनचार्या बाधित हो रही है. लोग सिटी पार्क में नियमित व्यायाम के साथ-साथ शारीरिक स्थिरता के लिए टहला करते थे. साथ ही दिन में ग्रामीण क्षेत्रों से आकर लोग पार्क को देखते व घूमते थे. सिटी पार्क बंद हो जाने के कारण लोग वापस लौट रहे हैं. उन्हे इस बात की पूर्ण जानकारी नहीं मिल पा रही है कि पार्क क्यो बंद है और खुलेगा भी तो कब खुलेगा?