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साढ़े चार करोड़ की लागत से बनेगा सोनवर्षा पुल

साढ़े चार करोड़ की लागत से बनेगा सोनवर्षा पुल बरसात के दिनों में टापू बन जाता है सोनवर्षा गांवप्रतिनिधि, नुआंव (कैमूर) प्रखंड क्षेत्र के अंडमान निकोबार के नाम से चर्चित सोनबरसा गांव के अब अच्छे दिन आनेवाले हैं. करीब 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार सरकार ने यहां के लोगों की आवाज सुन […]

साढ़े चार करोड़ की लागत से बनेगा सोनवर्षा पुल बरसात के दिनों में टापू बन जाता है सोनवर्षा गांवप्रतिनिधि, नुआंव (कैमूर) प्रखंड क्षेत्र के अंडमान निकोबार के नाम से चर्चित सोनबरसा गांव के अब अच्छे दिन आनेवाले हैं. करीब 30 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार सरकार ने यहां के लोगों की आवाज सुन ही ली. यहां चार करोड़ 54 लाख 57 हजार 757 रुपये की लागत से पुल बनाने की मंजूरी मिल गयी है. इस आशय की जानकारी देते हुए राजद के कद्दावर नेता व बक्सर के पूर्व सांसद जगदानंद सिंह ने कहा कि क्षेत्र में पहले भी कस्थरी, अकोढ़ी, बड़ौरा, ककरैत, अखनी व इमिलिया में सरकार द्वारा पुल बनाये गये हैं. सोनवर्षा गांव की धर्मावती नदी पर पुल बनाने के लिए शनिवार को अमीन ने नापी की. अभी भी रामगढ़ के गोड़सरा, जमुरना व नुआंव के जैतपुरा गांव के पास नदी पर पुल बनाने की प्रक्रिया चल रही है.क्या कहते हैं ग्रामीण गांव के राम जी बिंद, सैमुल्ला हुमैल व सत्यनारायण बिंद ने बताया कि वर्ष 1987 की भीषण बाढ़ को कभी नहीं भूल सकते. नदी के उफान से पूरा गांव जलमग्न हो गया था. तब लोगों ने गांव से दूर ठेकहिया के सीवान में आम व पीपल के पेड़ के नीचे अपने बच्चों के साथ 15 दिनों का समय बिताया था. तब गांववालों ने फैसला किया था कि नदी पर पुल बनवाये बगैर चैन से नहीं बैठेंगे.गांव के तीन तरफ बहती है नदी सोनबरसा गांव के तीन तरफ पूरब में धर्मावती, पश्चिम में गोरिया व उत्तर में धर्मावती व गोरिया नदी का संगम है. बरसात के दिनों में नदी की थोड़ी सी उफान से ही गांव चारों तरफ से जलमग्न हो जाता है. पुल के बन जाने से ग्रामीण महज एक किलोमीटर की दूरी तय कर आराम से बक्सर रोड से जुड़ जायेंगे पुल नहीं होने से यहां के लोग 10 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर अवंती गांव के रास्ते प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं.अब समय से स्कूल पहुंचेंगे गुरूजी धर्मावती नदी से सटे उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पढ़नेवाले बच्चे भी इस पहल से काफी खुश हैं. बरसात के दिनों में नदी में अधिक पानी का हवाला देकर गुरूजी का स्कूल नहीं आने का बहाना अब नहीं चलेगा.पुल के लिए किया था चुनाव का बहिष्कार सोनवर्षा गांव के लोगों ने 11 वर्ष पूर्व लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार किया था. ग्रामीणों ने यह नारा दिया कि नदी में पुल नहीं तो वोट नहीं. फोटो:-4.धर्मावती नदी को पार करते ग्रामीण 5. गांव के चौपाल पर पुल की मंजूरी मिलते ही इकट्ठा हुए ग्रामीण

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