कुदरा (कैमूर) : कैमूर जिले के कुदरा थाने के प्रभारी थानेदार नागेंद्र पासवान को मोहनिया एसडीपीओ ने बुधवार की देर रात शराब के नशे में पकड़ा. गुप्त सूचना के आधार पर मोहनिया एसडीपीओ रघुनाथ प्रसाद ने उन्हें उनके आवास से पकड़ा. इसके बाद थानेदार को मेडिकल चेकअप कराया गयाा, जिसमें उनके शराब पीने की पुष्टि हुई.
इसके बाद पकड़े गये थानेदार नागेंद्र पासवान के खिलाफ कुदरा थाने में ही उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. हालांकि, उन्हें तत्काल जमानत भी दे दी गयी. जानकारी के अनुसार, बुधवार की मध्य रात्रि मोहनिया एसडीपीओ और मोहनिया सर्किल इंस्पेक्टर कुदरा थाने पर पहुंचे और पूछा गया कि प्रभारी थानेदार नागेंद्र पासवान कहां है. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने एसडीपीओ व मोहनिया सर्किल इंस्पेक्टर को नागेंद्र के किराये के मकान पर ले गये. नागेंद्र के मकान पर जब एसडीपीओ और सर्किल इंस्पेक्टर ओडी में तैनात दारोगा अनूप ठाकुर के साथ पहुंचे और जब नागेंद्र पासवान उनके पास आया, तो नागेंद्र के मुंह से शराब की गंध आ रही थी. इस दौरान एसडीपीओ ने नागेंद्र को पकड़ कर लिया. पकड़ने के बाद प्रभारी थानेदार को मेडिकल जांच के लिए कुदरा पीएचसी ले जाया गया,जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ विजय कुमार ने थानेदार नागेंद्र के नशे में होने की पुष्टि की. इसके बाद शराब पीने के आरोप में प्रभारी थानेदार नागेंद्र पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, इस मामले की जानकारी एसडीपीओ ने कैमूर एसपी नताशा गुड़िया को दी, जिस पर एसपी ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश तत्काल दिया.
हालांकि गिरफ्तार थाना प्रभारी नागेंद्र पासवान को थाने से ही जमानत दे दी गयी. लेकिन, शराब के नशे में पकड़े जाने पर विभागीय कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा गया है.
कैमूर की एसपी नताशा गुड़िया ने बताया कि शराब के नशे में कुदरा थाने के एसआई व प्रभारी थानेदार नागेंद्र पासवान को पकड़ा गया. उनकी मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई. इसके बाद नागेंद्र पर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
नशे में हंगामा कर रहे शिवहर थाने के मुंशी गिरफ्तार
शिवहर. शराब के नशे में शिवहर नगर थाने में हंगामा कर रहे मुंशी को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसपी संतोष कुमार ने बताया कि नगर थाने का मुंशी रंजीत कुमार नशे में हंगामा कर रहा था. उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उसे निलंबित भी कर दिया गया है.