जहानाबाद नगर. डीएम अलंकृता पाण्डेय के नेतृत्व में सातवीं लघु सिंचाई गणना, द्वितीय जल निकाय गणना एवं प्रथम सेंसस ऑफ स्प्रिंग से संबंधित जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. यह योजना शत-प्रतिशत केंद्र प्रायोजित है तथा राज्य स्तर पर योजना एवं विकास विभाग (अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय), बिहार, पटना के दिशा-निर्देशानुसार संचालित की जा रही है. भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि उत्पादन की वृद्धि के लिए लघु सिंचाई योजनाओं का विशेष महत्व है. इसी उद्देश्य से प्रत्येक 5 वर्ष पर देशभर में लघु सिंचाई गणना करायी जाती है. उल्लेखनीय है कि इस बार पहली बार स्प्रिंग सेंसस भी कराया जा रहा है. गणना में भू-जल एवं सतही जल से सिंचाई की विभिन्न व्यवस्था कुआं, उथला नलकूप, सतही प्रवाह, तालाब एवं पोखर आदि के आंकड़े संकलित किये जायेंगे. साथ ही ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक जल निकाय की गणना कर विश्वसनीय आंकड़े तैयार किए जाएंगे, जिससे भविष्य की योजनाओं के लिए सुदृढ़ आधार प्राप्त होगा. प्रशिक्षण के दौरान उपेन्द्र कुमार, उप निदेशक, मगध प्रमंडल, गया ने योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की. इसके अतिरिक्त जिला सांख्यिकी पदाधिकारी पवन कुमार एवं मास्टर ट्रेनर मिथिलेश मिश्रा द्वारा पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न प्रपत्रों के भरने की प्रक्रिया तथा प्रखंड, अंचल स्तर पर पर्यवेक्षण की विशेषताओं पर विस्तृत जानकारी दी गई. प्रशिक्षण में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, लघु सिंचाई एवं कृषि विभाग पदाधिकारी थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

