कलेर. बीते मंगलवार की शाम से ही प्रखण्ड क्षेत्र में रूक-रूक कर हो रही बारिश से उपजे फसल के बर्बाद होने की संभावना है जिसको लेकर किसान काफी परेशान देखे जा रहे हैं. गौरततलब हो कि मंगलवार की शाम से ही प्रखंड क्षेत्र में बूंदाबांदी हो रही है. यह बूंदाबंदी विगत 24 घंटे से जारी है जिसको लेकर किसान काफी परेशान हैं. किसानों ने बताया कि इस तरह की बूंदाबांदी से हमलोगों को उपजे फसल मारे जाने की आशंका है. वर्तमान में हमलोगों के धान का फसल पक कर करीब-करीब तैयार हो चुका है और ऐसी स्थिति में वर्षा होने से पक्के हुए धान को खेत में गिरने या पौधे गिर जाने की संभावना है. निश्चित सी बात है कि उसमें लगे फल-फूल भी बर्बाद हो जाएंगे. किसानों ने बताया कि अगले एकाध सप्ताह के बाद ही हमलोगों के धान में कटनी होती और धान को अपने-अपने खलिहान में लाने का कम करते, लेकिन इस तरह की वर्षा हो जाने के बाद निश्चित तौर पर खलिहान में लाने का कार्य अगले कुछ दिनों तक रूक गया है. दूसरी समस्या यह है कि किसान अपने खेतों में सरसों, आलू, चना आदि की बुवाई भी कर रहे हैं. कई किसानों द्वारा अपने खेतों में चना व सरसों की बोआई भी कर दी गयी है लेकिन ऐसी स्थिति में वर्षा हो जाने के बाद फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ाने की संभावना है. वे फसल खेत में ही सड़ जायेंगे.
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