कलेर . विधानसभा चुनाव के दौरान महेंदिया को प्रखंड बनाने का मुद्दा क्षेत्र में प्रमुख रहेगा. इस मुद्दे को लेकर प्रत्याशियों को मतदाताओं का आक्रोश झेलना पड़ सकता है. गौरतलब है कि 2001 में कलेर को प्रखंड का दर्जा मिला था. उससे पहले महेंदिया को प्रखंड बनाने की मांग जोर-शोर से हो रही थी, लेकिन तत्कालीन राज्य सरकार ने कलेर को प्रखंड का दर्जा दिया और महेंदिया को आगे के दिनों में प्रखंड बनाने की बात कही. इस मुद्दे को लेकर महेन्दिया प्रखंड निर्माण संघर्ष समिति का गठन किया गया था, जिसका नेतृत्व शत्रुध्न शर्मा को सौंपा गया था. समिति में कई सदस्य शामिल थे और उन्होंने लगातार 25 वर्षों तक महेंदिया को प्रखंड बनाने के लिए संघर्ष किया. इस संघर्ष के दौरान दो सक्रिय सदस्य, शत्रुध्न शर्मा और जितेंद्र शर्मा जीतन, की मौत भी हो गई। बावजूद इसके, महेन्दिया को प्रखंड बनाने की शुरुआत अब तक नहीं हो पाई, जिससे मतदाता काफी नाराज और असंतुष्ट हैं.
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