जहानाबाद नगर.
प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (पीबीएल) के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा एवं आगामी कार्ययोजना निर्धारित करने को लेकर बीइओ जिला एवं प्रखंड स्तरीय तकनीकी दल के सदस्यों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला शिक्षा भवन के सभागार में आयोजित की गयी. इसमें जिले और प्रखंड स्तर के तकनीकी दलों के सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, जिसे जिला शिक्षा पदाधिकारी सरस्वती कुमारी एवं बिहार शिक्षा परियोजना की गुणवत्ता समन्वयक मृदुलता कुमारी ने संयुक्त रूप से संपन्न कराया. दोनों पदाधिकारियों ने विद्यालय स्तर पर प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण पद्धति को प्रभावी रूप से लागू किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों में आत्म-अन्वेषण, रचनात्मक सोच तथा वास्तविक जीवन आधारित अधिगम को विकसित करने में सहायक सिद्ध होगी. कार्यशाला में जिला तकनीकी दल के सदस्य पवन कुमार, आलोक कुमार गुप्ता और राजीव कुमार ने पीबीएल तथा एमआइपी से संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा की. विभिन्न प्रखंडों से चार-चार सदस्यीय तकनीकी दलों की सक्रिय भागीदारी रही. प्रतिभागियों ने विद्यालयों में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के वर्तमान क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए सफल उदाहरणों एवं चुनौतियों को साझा किया. बताया गया कि पिछले दो महीनों से दीक्षा ऐप में तकनीकी समस्याओं और निर्वाचन कार्य में व्यस्तता के कारण लक्ष्योन्मुख गतिविधियों की गति प्रभावित हुई थी. स्थिति को सुधारने के लिए आगामी 24 से 26 नवंबर तक सभी मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं गणित-विज्ञान शिक्षकों के लिए प्रखंडस्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जायेगी, ताकि उन्हें प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण की व्यावहारिक समझ प्रदान की जा सके और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो. बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि जिला एवं प्रखंड स्तरीय तकनीकी दल परस्पर सहयोग, नियमित फॉलो-अप और विद्यालयीय निरीक्षण के माध्यम से प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को जमीनी स्तर पर मजबूत आधार प्रदान करेंगे.
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