जहानाबाद नगर. स्वामी सहजानंद सरस्वती महाविद्यालय में संविधान दिवस बड़े ही गरिमामय वातावरण में मनाया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी दर्ज की. कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ विनोद कुमार राय ने संविधान निर्माताओं के प्रति गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक जीवन का मूलाधार है. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 1949 को विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान को अंगीकृत किए जाने का दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए ऐतिहासिक मील का पत्थर है. डॉ राय ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य तभी सार्थक होगा जब हम स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और पंथनिरपेक्षता जैसे संवैधानिक मूल्यों को अपने आचरण और दैनिक जीवन में पूर्णतः उतारेंगे. उन्होंने विद्यार्थियों तथा कर्मियों से इन मूल्यों को आत्मसात करने का आग्रह किया. इस अवसर पर उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक एवं सस्वर पाठ किया गया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण और अधिक प्रेरणादायी बन गया. कार्यक्रम का सफल संचालन एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशु कुमार मलिक ने किया.
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