अरवल. इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने भगत सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर देशव्यापी हुंकार दिवस के तहत भाकपा माले कार्यालय अरवल से एक आक्रोशपूर्ण जुलूस निकाला. जुलूस का नेतृत्व आरवाईए के राज्य उपाध्यक्ष शाह शाद और रमाकांत कुमार ने संयुक्त रूप से किया. जुलूस में शामिल युवाओं ने यह संदेश दिया कि आजादी के 77 साल बाद भी नौजवानों की जिंदगी गुलामी जैसी स्थिति में है. उन्होंने कहा कि जिस तरह भगत सिंह ने चेतावनी दी थी कि अंग्रेजों के जाने के बाद सत्ता पर भूरे अंग्रेज काबिज होंगे और जनता का शोषण करेंगे, वही आजादी के बाद की सच्चाई है. आरवाईए का आरोप था कि आजाद भारत की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार ने नौजवानों, मजदूरों और किसानों के सपनों का गला घोंटकर दमनकारी नीतियाँ लागू कर दी हैं. देर शाम आरवाईए द्वारा मशाल जुलूस भी निकाला गया. इसमें शामिल युवाओं ने “लुटेरे भूरे अंग्रेज गद्दी छोड़ो” का नारा लगाते हुए बिहार की मोदी-नीतीश सरकार की आलोचना की। जुलूस में कहा गया कि भगत सिंह का सपना हर नौजवान का सपना है, लेकिन वर्तमान सरकार बेरोजगारी, महंगाई और पलायन की आग में युवाओं को झोंक रही है. जुलूस में आरवाईए के राज्य कमेटी सदस्य अलखदेव कुमार, शाह फ़राज़, नीतीश कुमार, उमेश कुमार और जिला कमिटी सदस्य अरविंद कुमार, गब्बर कुमार, सहेंद्र कुमार सहित कई अन्य युवा शामिल थे.
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