रतनी. प्रखंड क्षेत्र में किसानों की धड़कने एक बार फिर तेज हो गयी है. मोरहर नदी के बढ़ते जलस्तर से किसान जहां चिंतित नजर आ रहे हैं, वहीं धान का फसल एक बार फिर डूबने के कगार पर पहुंच चुका है. मालूम हो कि प्रखंड के सेसंबा, सिकंदरपुर, नोआवां, नारायणपुर, गोनवां, अमैन, कसवां सहित कई पंचायत में एक बार फिर मोरहर का पानी तेजी से फैलना प्रारंभ कर दिया है. लगातार नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद किसानों को अच्छा-खासा नुकसान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. सेसंबा निवासी किसान अशोक शर्मा ने बताया कि धान का फसल इस बार नुकसान के कगार पर है. अभी कुछ दिन पहले बाढ़ का पानी निकला ही था कि एक बार फिर नदी में जलस्तर बढ़ने लगा है जिससे धान के फसल डूबने की स्थिति फिर से बन रही है. ऐसे में अधिकांश खेतों के धान का फसल गल चुका था. कुछ बचा हुआ है, जिसमें खाद भी डाल दिया गया है. ऐसे में अगर यह फसल डूब जाता है तो फिर खाने के भी लाले पड़ जाएंगे, यह स्थिति रतनी प्रखंड के अलावा जहानाबाद प्रखंड के भी कई पंचायत में बनी हुई है. लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है. अगर यही हालात रहे तो इस बार किसानों की रुंजी- पूंजी भी डूब जायेगी.
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