जहानाबाद. जिले में बेमौसम बारिश से रबी की पकी फसल को नुकसान हो रहा है. जिले में गुरुवार को अचानक बदली छा गयी और फिर अधिकांश इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होने लगी. कहीं-कहीं बारिश के साथ तेज हवा भी चली है जिससे रबी के फसल को नुकसान होने की आशंका है. जिला मुख्यालय में गुरुवार को दिन में दो बार 5 -5 मिनट के लिए बारिश हुई है. इसके बाद भी बूंदाबांदी अभी जारी है. हालांकि जिले के अन्य भागों में कहीं 10 से 15 मिनट तो कहीं इससे ज्यादा भी बारिश होने की सूचना मिली है. दो दिन पहले भी जिले में तेज हवा के साथ बूंदाबांदी हुई थी. इस बे मौसम बरसात से जिले के रबी फसल को नुकसान होने की आशंका है. जिले में बड़े पैमाने पर रबी की फसल की खेती की जाती है. इन दिनों खेत में गेहूं, चना, सरसों और मसूर की फसल पक कर तैयार है. जिले के किसानों ने इसकी कटनी भी शुरू कर दी है. किंतु अधिकांश किसानों के रबी की फसल की कटनी अभी चल ही रही है. पकी हुई रबी की फसल पर बारिश और तेज हवा के झोंके तथा ने नुकसान पहुंचाया है. तेज हवा और बारिश की बूंदों से रबी के दाने झड़ रहे हैं. कहीं बारिश और तेज हवा से इन गेहूं और सरसों के पौधे झुक गए हैं या खेतों में गिरे हैं. जहां फसल ने बारिश की मार झेल ली है, वहां भी पकी फसल के भीगने के कारण उसमें दाग आने की संभावना है. ऐसे में इस बारिश से रबी की रोपण करने वाले किसानों को नुकसान हो रहा है. अब तक हुई बारिश और तेज हवा से रबी की फसल को थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है. किंतु यह बारिश अगर जारी रहती है और बारिश के साथ तेज हवा चलती है तो रबी की फसल को व्यापक पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है. जिन किसानों ने पहले बोआई की थी उन्होंने फसल की कटनी शुरू कर दी है. हालांकि खेतों से काट कर लाई गई फसल अभी खलिहान में ही रखी हुई है. अभी उसकी दमौनी नहीं हुई है जिसके कारण खलिहान में रखी फसल भी बारिश से खराब हो रही है. वहीं जिन्होंने कुछ देर से गेहूं की बोआई की थी, उनकी फसल भी पक कर काटने को तैयार है या एक हफ्ते में ऐसी फैसले कटनी को तैयार हो जायेगी. इस कारण अगले एक हफ्ते में रबी की कटनी में काफी तेजी आयेगी. अगर यही बेमौसम की बरसात जारी रही तो जिले के किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है. नौगढ़ के किसान शिवशंकर शर्मा कहते हैं कि बारिश से अभी किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, किंतु यह बारिश जारी रही तो रबी की फसल को काफी नुकसान हो सकता है. मौसम का बदला मिजाज : अचानक बारिश से जिले में मौसम का मिजाज बदल दिया है. एक सप्ताह पहले जहां गर्मी सता रही थी वही अब हल्की ठंड का एहसास होने लगा है तापमान में गिरावट हुई है. पहले जहां लोग पंखे का उपयोग कर रहे थे वहीं अब लोग रात और सुबह में हल्की ठंड महसूस हो रही हैं. बच्चे बुजुर्ग और कमजोर शरीर वाले लोगों को चादर का उपयोग करना पड़ रहा है. बारिश के कारण तापमान में तीन डिग्री सेंटीग्रेड की कमी आयी है. अधिकतम तापमान जो 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा था. बारिश के बाद वह गिरकर 30 डिग्री सेंटीग्रेड पर आ गया है. वहीं न्यूनतम तापमान जो 21 डिग्री सेंटीग्रेड के पास था गिरकर 19 डिग्री सेंटीग्रेड पर आ गया है. सड़कें कीचड़ से सनीं : वहीं बारिश के कारण शहर की सड़कें कीचड़ से सन गयी हैं. खासकर गुरुवार को हुई बारिश के कारण शहर की अधिकांश सड़कों पर कीचड़ उत्पन्न हो गयी है, जिससे लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहर में खासकर बाजार जाने वाली सड़कों पर कीचड़ लग रही है. इन सड़कों पर सफाई वैसे भी नहीं होती है. थोड़ी सी बारिश से ही सड़के कीचड़ से सन जाती है. कई जगह सड़कों के दोनों ओर नालों के जाम रहने से वैसे ही नाली का पानी सड़क पर बहता है उस पर से बारिश हो जाने के कारण सड़क पर और भी कीचड़ और पानी लग रहा है. खासकर पीली कोठी से सब्जी मंडी की ओर जाने वाली सड़क की स्थिति बहुत खराब है. होली के बाद से कई जगहों पर अभी तक कूड़ा उठाया नहीं गया है. बारिश के कारण इन कूड़ों के भीग जाने से उसका कीचड़ सड़क पर फैलने लगेगा और एक-दो दिन में उसे सड़ांध उत्पन्न होगी, जिसकी बदबू से वहां आसपास रहने वाले लोगों का जीना दूभर हो जायेगा.
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