जहानाबाद नगर.
पटना–गया रेलखंड पर यात्रा करने वाले यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधाओं के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा. जहानाबाद स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करने का कार्य जारी है, लेकिन निर्माण कार्य की गति इतनी धीमी है कि तय समय सीमा के भीतर परियोजना पूरी नहीं हो सकी. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत वर्ष 2024 में ही यात्री सुविधा विस्तार का कार्य पूरा होना था, लेकिन स्थिति यह है कि दिसंबर 2024 की समय सीमा बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य आधा-अधूरा ही रह गया है. इस कारण यात्रियों को प्रतिदिन सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है. स्टेशन को मॉडल स्टेशन का रूप देने के लिए यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिसमें लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से नये स्टेशन भवन का निर्माण, पीआरएस, यूटीएस, वेटिंग हॉल और अन्य बुनियादी यात्री सुविधाओं का विकास शामिल है. फिलहाल स्टेशन मुख्य भवन का केवल फाउंडेशन कार्य ही चल रहा है, जिससे स्पष्ट है कि निर्माण पूरा होने में अभी कई माह लग सकते हैं. योजना के तहत 2023 में जहानाबाद स्टेशन का चयन किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य की धीमी प्रगति ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है. यात्री हर दिन आवश्यक सुविधाओं के अभाव में जूझ रहे हैं और उन्हें मॉडल स्टेशन के लिए अभी और लंबा इंतजार करना पड़ेगा. वहीं जहानाबाद रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जाना है. इसके लिए नये स्टेशन भवन का निर्माण किया जाना है जिसमें पीआरएस, यूटीएस, वेटिंग हॉल के साथ ही अन्य सुविधाएं विकसित की जायेगी. वहीं प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर कैफेटेरिया के साथ प्रतीक्षालय का निर्माण भी कराया जाना है. नये भवन में पोर्च निर्माण भी कराया जाना है जिससे कि यात्रियों को आगमन-प्रस्थान में सुविधा हो सके. इन कार्यों को करीब 23 करोड़ की लागत से पूरा कराया जाना है. इसके लिए पुराने भवन को पूरी तरह से तोड़ दिया गया है, जिसके बाद से ही यात्रियों की परेशानी बढ़ी हुई है. हालांकि निर्माण कार्य दुबारा आरंभ होने से यात्रियों को अब उम्मीद जगी है कि उन्हें सुविधायुक्त स्टेशन भवन का लाभ मिलेगा.
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