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हड़ताल पर गये 102 एंबुलेंस के कर्मचारी

संकट . निजी एंबुलेंस का लेना पड़ रहा सहारा जिले में 13 एंबुलेंस का होता है परिचालन कार्यरत हैं करीब 40 कर्मी जहानाबाद नगर : जिले के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों की सेवा के लिए संचालित 102 एंबुलेंस के कर्मचारी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण […]

संकट . निजी एंबुलेंस का लेना पड़ रहा सहारा

जिले में 13 एंबुलेंस का होता है परिचालन
कार्यरत हैं करीब 40 कर्मी
जहानाबाद नगर : जिले के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों की सेवा के लिए संचालित 102 एंबुलेंस के कर्मचारी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण 102 एंबुलेंस का परिचालन ठप हो गया है. परिचालन ठप होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. अब मरीजों को निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है. जिले के अस्पतालों में परिचालित 108 एंबुलेंस का परिचालन पूर्व से ही बंद रहने तथा 102 एंबुलेंस के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. विशेष रूप से गरीब मरीजों की परेशानी बढ़ी हुई है.
अस्पताल में आइएपी योजना के तहत परिचालित होने वाले एंबुलेंस चार्जेबल होने के कारण इसके लिए मरीजों को पैसे देने होते हैं. जिले के विभिन्न अस्पतालों में केवल 102 एंबुलेंस का परिचालन होता है. प्रतिमाह एक एंबुलेंस द्वारा करीब दो सौ मरीजों को सेवा प्रदान किया जाता है. ऐसे में एंबुलेंस का लाभ उठाने वाले मरीज की परेशानी बढ़ गयी है. सरकार द्वारा 102 एंबुलेंस बीपीएल परिवार तथा कालाजार मरीज को नि:शुल्क दी जाती है. वहीं वरीय नागरिक, गर्भवती महिला, नवजात बच्चे, सड़क दुर्घटना में घायल मरीजों को यह सेवा नि:शुल्क प्रदान किया जाता है.
ऐसे में 102 एंबुलेंस के कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से ऐसे मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. उन्हें अब निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है. इधर हड़ताल पर गये 102 एंबुलेंस कर्मचारी ने सदर अस्पताल परिसर में एक आपात बैठक कर सरकार द्वारा 102 एंबुलेंस को ठेकेदारी पर देने का विरोध करते हुए रोष व्यक्त किया तथा अपनी मांगे पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहने की बात कही. हड़ताली कर्मियों का कहना था कि राज्य भर के 102 एंबुलेंस कर्मचारी 27 अक्तूबर से ही हड़ताल पर हैं लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है. ऐसे में बाध्य होकर जिले के कर्मियों को भी हड़ताल पर जाना पड़ रहा है. हड़ताली कर्मियों ने 25 नवंबर को विधानसभा का घेराव में भाग लेने का आह्वान किया.
एंबुलेंस कर्मियों की मांग
102 एंबुलेंस का परिचालन सभी जिलों में सुनिश्चित करायी जाय.
कर्मियों को विभाग के विशेष अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित पहचान पत्र निर्गत किया जाय.
खराबी या अन्य कारणों से बंद पड़े एंबुलेंस को जन कल्याण के लिए तुरंत परिचालित कराया जाय.
एंबुलेंस कर्मचारियों को वेतन दिया जाये
कर्मचारियों की नियुक्ति मानदेय या संविदा के आधार पर किया जाय.
कर्मियों को कार्य एवं तकनीकि जानकारी के आधार पर वेतन का निर्धारण हो.
कर्मियों के बकाये वेतन तथा इपीएफ व अन्य कटौती का भुगतान विभाग के माध्यम से हो.
पूर्व में कार्य कर रहे कर्मचारियों को कार्य पर लगायी जाय.
प्रत्येक दो स्वास्थ्य केंद्रों के लिए एक चालक एवं टेक्निशियन को रिलीवर के रूप में रखा जाय.
कर्मियों के दुर्घटना में मृत्यु होने पर दस लाख एवं विकलांग होने पर पांच लाख रुपये दिया जाय.
हड़ताल से परेशानी हुई
102 एंबुलेंस कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सेवा प्रभावित हुआ है. विशेष कर गरीब मरीज इस सेवा से वंचित हो रहे हैं. रेफर मरीजों को कैसे बड़े अस्पताल पहुंचाया जाय इसमें परेशानी आ रहा है.
डाॅ बीके झा, उपाधीक्षक

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