21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सिसकियों के बीच निकली बरात

दुखद. शादी में शामिल होने आ रहे थे बुजुर्ग दंपती, खुशी के माहौल में टूटा दुख‍ों का पहाड़ तरैया : ट्रेन हादसे में तरैया के भलुआ भिखारी निवासी दंपती की मृत्यु के बाद परिवार समेत आस-पड़ोस में मातम पसरा हुआ है. रविवार की शाम मौत की पुष्टि के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल […]

दुखद. शादी में शामिल होने आ रहे थे बुजुर्ग दंपती, खुशी के माहौल में टूटा दुख‍ों का पहाड़

तरैया : ट्रेन हादसे में तरैया के भलुआ भिखारी निवासी दंपती की मृत्यु के बाद परिवार समेत आस-पड़ोस में मातम पसरा हुआ है. रविवार की शाम मौत की पुष्टि के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. हादसे के शिकार दंपती वाइडीबीएस महाविद्यालय तरैया के प्रधान लिपिक भरत सिंह के बड़े भाई शत्रुघ्न सिंह व भाभी लालती देवी बताये जाते हैं. मिली जानकारी के अनुसार शत्रुघ्न सिंह मध्य प्रदेश के देवास में स्थित मफतलाल कपड़ा फैक्ट्री में सिक्युरिटी ऑफिसर पद से अवकाश ग्रहण कर लिए थे और पत्नी समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वहीं रहते थे. बताया जाता है एक सप्ताह पहले शत्रुघ्न सिंह के भाभी शैल
कुंवर का इलाज के दौरान कानपुर में मृत्यु हो गयी थी. वहीं मृतक के अपने पट्टीदार जीतेंद्र प्रताप सिंह के पोते की शादी 21 नवंबर को होना था. इन्हीं कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए दंपती इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन से घर आ रहे थे. पट्टीदारों में बनी सहमति के बाद एक सप्ताह पहले मृतक महिला के श्राद्ध कर्म को आगे टाल कर शादी समारोह को निर्धारित समय पर पूरा करने का निर्णय लिया गया था. 21 नवंबर को बरात की तैयारी हो रही थी. पर नीयती को कुछ और ही मंजूर था और ट्रेन हादसे में दो और लोग शिकार हो गये. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जीतेंद्र प्रताप सिंह के पौत्र ज्योति प्रकाश का सोमवार को बरात निकलना था. जिसका तिलकोत्सव 18 नवंबर को हो चुका था. ऐसे में पुनः पट्टीदारों में आम सहमति बनाकर मृतक दंपती के शव गांव पहुंचने के पहले बरात को निकाल दिया गया. बरात बिल्कुल सादे ढंग से निकली. जल्दबाजी में सभी रश्में पूरी की जा रही थी. शादी समारोह में सिर्फ कोरम पूरा किया गया.
और शादी समारोह उत्सव विहीन रहा.
घटना के बाद शादी का मात्र कोरम हुआ पूरा, नहीं रहा उत्सव का माहौल
तरैया के दंपती की ट्रेन हादसे में मौत के बाद मचा कोहराम
एक परिवार में दो-दो की मौत से सदमे में हैं परिजन व ग्रामीण
एक सप्ताह पूर्व मृतक के भाभी की भी इलाज के दौरान कानपुर में हुई थी मृत्यु
मृतक अपने पीछे दो पुत्र व दो पुत्री छोड़ गये
ट्रेन हादसे के शिकार दंपती को दो पुत्र व दो पुत्रियां है. बड़े पुत्र यशवंत सिंह व दो पुत्रियां ज्योति व रिंकू की शादी कर चुके हैं. छोटे पुत्र जयप्रकाश अभी पढ़ रहे हैं. गोवा में नेवी में कार्यरत बड़े पुत्र यशवंत सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंच शव की शिनाख्त किये व शव को रात्रि 12 बजे आवश्यक कोरम पूरा करने के बाद रिसीव किये तथा शव घर लाने की तैयारी में जुट गये. संभावना है कि सोमवार की शाम तक शव घर पहुंच जाय. फिलहाल गांव में मातम छाया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें