जहानाबाद : सूबे में शैक्षणिक व्यवस्था में व्याप्त अराजकता को लेकर जिले के इंकलाबी नौजवान सभा ने रविवार से आंदोलन करने का निर्णय लिया है. 26 जून से आयोजित तीन दिवसीय आंदोलन में इनौस के अलावा आइसा व भाकपा माले के सदस्य आंदोलन में शामिल होकर धारदार रूप देंगे. शहर के शहीद भगत सिंह जिला कार्यालय में संपन्न जिला स्तरीय बैठक में आगामी 30 जुलाई को जहानाबाद में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन पर चर्चा की गयी.
तीन दिवसीय आंदोलन में छात्र नौजवान सड़क पर उतर पटना व दिल्ली के सरकार के छात्र-युवा नीति के खिलाफ आंदोलन के माध्यम से आवाज को बुलंद करेंगे. नेताओं ने टॉपर्स घोटाला उच्च स्तरीय जांच में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविद को शामिल करने, घोटालेबाजों की संपत्ति जब्त करने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली शिक्षा नीति को वापस लेने, मुचकुंद दूबे आयोग की सिफारिश लागू करने, रोजगार की गारंटी देने, बिना शर्त पांच हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने तथा रिक्त पदों पर स्थायी बहाल करने समेत बारह सूत्री मांग की .
उठो मेरे देश अभियान के तहत शिक्षा बचाओ रोजगार दो आंदोलन में कार्यकर्ता को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की गयी. नेताओं ने हाल में उजागर टॉपर घोटाला में जदयू, भाजपा, राजद पार्टी के नेता शामिल होने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि बिहार में शैक्षणिक अराजकता चरम पर है. संस्थागत भ्रष्टाचार एवं नीतीश सरकार की वादाखिलाफी की पोल खुल रही है. बैठक में संतोष केसरी, श्री निवास शर्मा, रामबली यादव, रामप्रवेश विंद, योगेंद्र यादव, कमलेश कुमार आदि मौजूद थे.