घोसी : ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से घोसी स्थित उप डाकघर में रेल यात्रियों के लिए आरक्षण केंद्र की व्यवस्था की गयी थी. लेकिन डाकघर में कर्मियों की कमी की वजह से आरक्षण काउंटर का सही लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है.
पूर्व सांसद जगदीश शर्मा की अनुशंसा पर स्थानीय विधायक राहुल कुमार व डाक अधीक्षक आर वी चौधरी की उपस्थिति में 26 जून 2013 को रेलयात्री आरक्षण केंद्र का उद्घाटन किया गया था. तीन वर्ष पूर्व बड़े तामझाम से शुभारंभ किये गये आरक्षण केंद्र पर हमेशा विभाग द्वारा कर्मियों की कमी का दंश झेलना पड़ रहा है. दो कर्मियों के सहारे चल रहे डाकघर के सारे कार्य की जिम्मेवारी निभाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
डाकघर में आरक्षित टिकट तो दिया जाता है लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी उस समय होती है जब निश्चित समय में कतार में खड़े यात्रियों को तत्काल टिकट लेना रहता है. डाकघर के अन्य कार्य रहने के साथ -साथ तत्काल टिकट जैसे गंभीर कार्य नहीं होने पर कर्मियों से ग्रामीणों की हमेशा बक-झक होती रहती है. एक कर्मी के सहारे कार्य का अधिक बोझ रहने के कारण ही आठ माह पूर्व काउंटर पर कार्यरत कर्मी के अभाव में आरक्षण केंद्र बंद पड़ा था एवं रेलयात्रियों को रिजर्वेशन काउंटर का लाभ नहीं मिल रहा था.
हालांकि तत्काल समय में ग्रामीणों को आरक्षण केंद्र का लाभ मिल रहा है. ग्रामीणों को जहानाबाद आने जाने की परेशानी से निजात मिल गयी है. टिकट काउंटर पर आये रणवीर पासवान ने बताया कि स्लीपर टिकट में 15, एसी3 में 20, एसी2 में 30 रुपये अतिरिक्त टिकट के साथ देना पड़ता है. जो टिकट में प्रिंट होकर ही निकलता है. लोगो ने बताया कि तत्काल टिकट लेने में होने वाले शोर शराबा के चलते कार्यरत कर्मी कार्य छोड़ भाग गया था. कर्मियों की कमी से लोगों को परेशानी होती है.