जताया िवरोध . शहर में सफाई का काम हुआ बाधित , लोगों की बढ़ी परेशानी
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नप कर्मचारियों की हड़ताल तीसरे दिन जारी
जताया िवरोध . शहर में सफाई का काम हुआ बाधित , लोगों की बढ़ी परेशानी 10 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए दिया धरना कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा केवल सफाईकर्मी हैं हड़ताल पर अटेंडेंस बनाकर कर्मचारी कर रहें हैं विधिवत काम जबरन काम बाधित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने का दिया संकेत जहानाबाद […]
10 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए दिया धरना
कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा केवल सफाईकर्मी हैं हड़ताल पर
अटेंडेंस बनाकर कर्मचारी कर रहें हैं विधिवत काम
जबरन काम बाधित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने का दिया संकेत
जहानाबाद : छठा वेतन लागू करने, पीएफ की राशि कर्मचारियों के खाते में डालने और समय पर वेतन का भुगतान करने सहित दस सूत्री मांगों को लेकर स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ जहानाबाद के बैनर तले बुधवार से शुरू किया गया बेमियादी आंदोलन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा. नगर परिषद के कार्यालय के मेन गेट के समीप महासंघ के बैनर तले धरना दिया गया और सभा की गयी. जिसकी अध्यक्षता मो. कैश ने की.
हालांकि कार्यालय के कर्मचारी पहले दिन के आंदोलन के बाद ड्यूटी पर हैं और कार्यालय के काम-काज का निबटारा कर रहे हैं. उनकी उपस्थिति भी कार्यालय में बन रही है. लेकिन कार्यालय के नियमित और मानदेय पर बहाल सभी सफाई कामगार हड़ताल पर डटे हैं. जिससे शहर में सफाई का काम बाधित है.
एनजीओ के माध्यम से शहर में कराया जाने वाला सफाई कार्य भी प्रभावित हो रहा है. हालांकि एनजीओ के संचालक अपने को हड़ताल से अलग रखते हुए निजी सफाईकर्मियों के माध्यम से शहर में सफाई कराने को तैयार हैं. सफाई का जिम्मा लिए एक एनजीओ की संचालिका बसंती देवी ने कार्यपालक पदाधिकारी से शिकायत दर्ज करायी है कि उनके कामगारों को काम करने से जबरन रोका जा रहा है.
इधर आंदोलन के तीसरे दिन महासंघ के बैनर तले दिये गये धरना को संबोधित करते हुए संगठन के नेताओं ने कहा कि नगर परिषद के कर्मचारियों में 80 प्रतिशत दलित और महादलित सफाई मजदूर हैं जो हड़ताल पर हैं. संघ के नेताओं ने मांगों को पूरा करने के लिए आंदोलन को और धारदार बनाने की बात कही है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि परिषद के सफाईकर्मी ही हड़ताल पर हैं.
शेष कर्मचारी कार्यालय के कामकाज का निबटारा कर रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि यदि किसी ने कार्यरत कर्मचारियों के साथ जबरदस्ती कर कामकाज बाधित करने का प्रयास किया तो उनके विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी. इस बीच विभिन्न संगठनों ने निकायकर्मियों के उक्त आंदोलन का समर्थन किया है. बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ गोप गूट, निर्माण मजदूर यूनियन, भाकपा माले ने आंदोलन का समर्थन करते हुए कर्मियों की मांगों को जायज बताया है. और उसे शीघ्र पूरा करने की मांग की है.
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